उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के नोएडा सेक्टर-55 स्थित एक निजी वृद्धाश्रम में की गई छापेमारी के दौरान 40 बुज़ुर्गों को अत्यंत खराब हालात में पाया गया, जिसके बाद सभी को वहां से निकाला गया। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग, समाज कल्याण विभाग और नोएडा पुलिस के संयुक्त अभियान के तहत की गई।
कैसे सामने आया मामला
मामले की शुरुआत तब हुई जब एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें एक वृद्ध महिला को कमरे में बंद, हाथ बंधे हुए देखा गया। यह वीडियो समाज कल्याण विभाग, लखनऊ तक पहुंचा, जिसके आधार पर अधिकारियों ने औचक निरीक्षण की योजना बनाई। 27 जून को सुबह वृद्धाश्रम में पहुंची टीम ने जब निरीक्षण किया तो वहां की स्थिति अत्यंत दयनीय पाई गई।
क्या मिला निरीक्षण में
- संस्था का नाम: आनंद निकेतन वृद्ध सेवा आश्रम
- लोकेशन: नोएडा सेक्टर-55
- कुल रेस्क्यू किए गए बुज़ुर्ग: 40
- महिला रेस्क्यू: एक वृद्ध महिला को हाथ बंधे और कमरे में बंद पाया गया
- पुरुष रेस्क्यू: कुछ बुज़ुर्ग पुरुषों को अंधेरे, बंद बेसमेंट जैसे कमरों में रखा गया था
- साफ-सफाई: अधिकांश बुज़ुर्गों के कपड़े गंदे थे; कुछ पेशाब और मल से सने हुए पाए गए
- स्वास्थ्य सेवाएं: संस्था में तैनात नर्स सिर्फ बारहवीं पास थी, कोई मेडिकल ट्रेनिंग नहीं थी
- आवासीय शुल्क: शुरुआती ₹2.5 लाख और उसके बाद ₹6,000 प्रति माह परिजनों से लिया जा रहा था
प्रशासन की कार्रवाई
जांच के बाद टीम ने वृद्धाश्रम को तत्काल सील कर दिया और सभी बुज़ुर्गों को सरकारी मान्यता प्राप्त वृद्धाश्रमों और देखभाल केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया। साथ ही यह सुनिश्चित किया गया कि प्रत्येक बुज़ुर्ग को पर्याप्त भोजन, चिकित्सा देखभाल और स्वच्छ रहने का वातावरण मिले।
प्रशासन ने वृद्धाश्रम के संचालकों की पृष्ठभूमि की जांच शुरू की है, जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि क्या संस्था किसी लाइसेंस के तहत संचालित हो रही थी और क्या इसमें कोई वित्तीय अनियमितता या मानवाधिकार उल्लंघन हुआ है।
विधिक प्रक्रिया और आगे की जांच
- संस्था के खिलाफ FIR दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है
- परिवारजनों की भूमिका की भी जांच की जाएगी, विशेष रूप से उन मामलों में जहां बुज़ुर्गों को जबरन छोड़ा गया हो
- समाज कल्याण विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि भविष्य में ऐसी संस्थाओं का ऑडिट नियमित रूप से हो
- संस्था का रजिस्ट्रेशन, कर्मचारी योग्यता और संचालन प्रक्रिया की विस्तृत जांच चल रही है