Close Menu
Bharat Speaks
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us
What's Hot

From Waste to Wisdom: Pune Woman Recycles 100,000 Kg of Paper Into Notebooks for Children

September 28, 2025

Prevention, Not Cure: The Promise and Limits of the New HIV Injection

September 28, 2025

Top 10 Daily Health Brief by Bharat Speaks [28.09.2025]: Click here to Know More

September 28, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
Facebook X (Twitter) Instagram
Bharat Speaks
Subscribe
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us
Bharat Speaks
Home»प्रदेश»वनटांगिया समुदाय के लिए योगी आदित्यनाथ ने लड़ी लंबी लड़ाई, मुख्यमंत्री बनने पर दिलाया हक, जानें- इनके बारे में विस्तार से
प्रदेश

वनटांगिया समुदाय के लिए योगी आदित्यनाथ ने लड़ी लंबी लड़ाई, मुख्यमंत्री बनने पर दिलाया हक, जानें- इनके बारे में विस्तार से

BharatSpeaksBy BharatSpeaksAugust 16, 2021Updated:August 16, 2021No Comments3 Mins Read
Facebook Twitter LinkedIn Telegram WhatsApp Email
वनटांगिया समुदाय को के लिए योगी आदित्यनाथ ने लड़ी लंबी लड़ाई, मुख्यमंत्री बनने पर दिलाया हक, जानें- इनके बारे में विस्तार से
वनटांगिया समुदाय को के लिए योगी आदित्यनाथ ने लड़ी लंबी लड़ाई, मुख्यमंत्री बनने पर दिलाया हक, जानें- इनके बारे में विस्तार से
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

अंग्रेजी हुकूमत ने भारत में जब रेल की पटरियां बिछानी शुरू की, तो स्लीपर के लिए बड़े पैमाने पर साखू के पेड़ों (Sal Tree) की कटाई हुई। इसकी भरपाई के लिए ब्रीटिश सरकार ने साखू के पौधों के रोपण और उनकी देखरेख के लिए गरीब भूमिहीनों और मजदूरों को जंगलों में बसाया। इन लोगों के पास जीवनयापन का कोई जरिया नहीं था। साखू के पेड़ों का जंगल बसाने के लिए वर्मा (अब म्यांमार) की टांगिया विधि का इस्तेमाल हुआ। इसलिए वन में रहकर साखू के पेड़ लगाने और उनकी देख-रेख करने वालों को वनटांगिया कहा जाने लगा। गोरखपुर जिले के कुसम्ही जंगल के पांच इलाकों जंगल तिनकोनिया नंबर तीन, रजही खाले टोला, रजही नर्सरी, आमबाग नर्सरी व चिलबिलवा में वनटांगियों की बस्तियां हैं। ये बस्तियां 1918 में बसाई गई थीं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक दशक से भी ज्यादा समय से इनके साथ दिवाली मनाते हैं। यही नहीं सीएम ने इस समुदाय के हक के लिए लड़ाई भी लड़ी है और मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने वनटांगियों को वो सारे हक दिए, जिससे वे सालों से वंचित थे। मुख्यमंत्री ने इन्हें न केवल सड़क, मकान, आरओ वाटर मशीन जैसी सुविधाएं मुहैया कराई हैं बल्कि वनटांगिया गांवों में रहने वाले बच्चों की पढ़ाई का भी ध्यान रखा है।

प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का निर्माण
यूपी सरकार के प्रवक्ता के अनुसार प्रदेश में स्थित वनग्राम में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का निर्माण किया गया है। इनमें शिक्षकों की तैनाती के साथ ही बच्चों को पढ़ने और खेलकूद की सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है।

रोजगार के अवसर
गोरखपुर के पांच वनटांगिया गांवों में पांच प्राथमिक और दो उच्च प्राथमिक विद्यालय बनाए गए हैं। महाराजगंज के 18 वनटांगिया गांवों में 17 प्राथमिक व 9 उच्च प्राथमिक विद्यालयों का निर्माण कार्य चल रहा है। सरकार ने स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के कई अवसर भी पैदा किए हैं।

‘राजस्व गांव’ का दर्जा
मुख्यमंत्री योगी ने वनटांगिया में रहने वाले गांवों के लिए ‘राजस्व गांव’ का दर्जा सुनिश्चित किया। यह समुदाय के लोगों को हर वो हक दिलाता है, जो एक भारतीय नागरिक को मिलता है। नतीजतन, ग्रामीणों को पहली बार गांव की अपनी सरकार (पंचायत) चुनने का मौका मिला।

जब गोरखपुर में वनटांगिया समुदाय के लोगों पर चली गोली
जब साखू के पेड़ों का जंगल तैयार हो गया तो वनटांगिया समुदाय के लोगों को यहां से बेदखल किया जाने लगा। वन विभाग की टीम 6 जुलाई 1985 को कुसम्ही जंगल की वनटांगिया बस्तियों में पहुंची और उन्हें दूसरे स्थान पर जाने के लिए कहा। लोगों ने ऐसा करने से मना कर दिया। वन विभाग की टीम के साथ मौजूद सुरक्षा बलों ने वनटांगियों पर फायरिंग की। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 अन्य घायल हो गए। घटना के बाद वन विभाग ने अपने तेवर थोड़े नरम पड़े, लेकिन वनटांगियों पर विस्थापन का खतरा खत्म नहीं हुआ था।

सीएम योगी ने लड़ी लड़ाई
योगी आदित्यनाथ 1998 में गोरखपुर से सांसद बने और उन्होंने वनटांगिया समुदाय के मुद्दे को संसद के पटल पर लगातार उठाया। इसका नतीजा था कि 2007-08 में वन अधिकार संशोधन अधिनियम पास हुआ। हालांकि, अभी काम पूरा नहीं हुआ था। जब योगी मुख्यमंत्री बने तो वनटांगियों को उनका हक मिला।

📲 Join Our WhatsApp Channel
Algoritha Registration
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram Email
Previous Article4 लाख करोड़ का निवेश से दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने तक, 75वें स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री योगी ने गिनाई अपनी उपलब्धियां
Next Article Over 500 Oxygen Plant In Uttar Pradesh By August End, Know All About Preparedness Against Covid-19
BharatSpeaks

Related Posts

उत्तर प्रदेश ने लॉन्च की भारत की पहली सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल नीति

September 16, 2025

आस्था का खजाना: गणेशोत्सव में लालबागचा राजा के दानपात्र में उमड़ा चढ़ावा

August 30, 2025

नागपंचमी पर भक्तों को मिला दुर्लभ सौभाग्य, उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट 24 घंटे के लिए खुले

July 29, 2025
Add A Comment
Leave A Reply Cancel Reply

Top Posts

Subscribe to Updates

Get the latest sports news from SportsSite about soccer, football and tennis.

Welcome to BharatSpeaks.com, where our mission is to keep you informed about the stories that matter the most. At the heart of our platform is a commitment to delivering verified, unbiased news from across India and beyond.

We're social. Connect with us:

Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
Top Insights
Get Informed

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

© 2025 Bharat Speaks.
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.