भारत में बढ़ते नकली मोबाइल फोन के खतरे को देखते हुए दूरसंचार विभाग (DoT) ने अब आम लोगों के लिए एक बेहद आसान और भरोसेमंद समाधान दिया है। अगर आपको भी कभी संदेह हुआ है कि आपका स्मार्टफोन कहीं नकली तो नहीं, या उसका IMEI क्लोन तो नहीं किया गया—तो अब घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार का “संचार साथी ऐप” अब कुछ ही सेकंड में आपके फोन की असलियत बता देगा।
कैसे काम करता है ‘संचार साथी’ ऐप?
दूरसंचार विभाग द्वारा विकसित संचार साथी एक स्मार्ट सुरक्षा ऐप है जो मोबाइल फोन की सच्चाई को जांचने के लिए सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) से जुड़ा है।
इसका मतलब—अगर आपका फोन चोरी का है, क्लोन किया हुआ है या नकली है—तो ऐप तुरंत इसकी जानकारी दे देगा।
एंड्रॉयड और iOS—दोनों में उपलब्ध यह ऐप आज लाखों लोगों के लिए सुरक्षा का भरोसेमंद साधन बन रहा है।
डाउनलोड लिंक: Android: https://bit.ly/3ZR4H3P
iOS: https://apple.co/4554aik
क्यों ज़रूरी है यह ऐप?
आज भारत में नकली या IMEI-छेड़छाड़ वाले फोन का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे फोन न सिर्फ आपके पैसे का नुकसान करते हैं, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद खतरनाक माने जाते हैं।
इनकी वजह से:
●साइबर क्राइम बढ़ता है
●फोन ट्रैकिंग मुश्किल हो जाती है
●डेटा चोरी का खतरा बढ़ जाता है
ऐसे में सरकार का यह कदम उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत है।

मोबाइल की असलियत जांचने का आसान तरीका
1. संचार साथी ऐप डाउनलोड करें
2. अपना मोबाइल नंबर और IMEI डालें
3. ऐप तुरंत बताएगा कि आपका फोन असली है, नकली है या क्लोन किया हुआ
4. फोन चोरी हो जाए तो उसी ऐप से उसका IMEI तुरंत ब्लॉक कर सकते हैं
5. फोन मिल जाए तो IMEI रीस्टोर भी हो सकता है
साइबर सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम
दूरसंचार विभाग का यह प्रयास डिजिटल इंडिया को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
यह ऐप लोगों को मोबाइल खरीदते समय जागरूक और सतर्क बनाता है।
आने वाले समय में संचार साथी घरेलू उपभोक्ताओं से लेकर बड़े व्यापारियों तक—सबके लिए अनिवार्य टूल बन सकता है।
