प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पिंडरा ब्लाक के करखियांव में 475 करोड़ की लागत से बनने वाले ‘बनास काशी संकुल’ की आधारशिला रखी। यहां अमूल प्लांट स्थापित किया जाएगा। यह पूर्वांचल में श्वेत क्रांति की शुरुआत है। इससे पूर्वाचल के साथ ही समूचे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। सोमवार को पीएम मोदी ने भी कहा कि देश के आठ करोड़ परिवारों की आजीविका पशुधन से ही चलती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी। बनास डेयरी के चेयरमैन शंकरभाई चौधरी का कहना है कि इस प्लांट की शुरुआत से आने वाले समय में तीन लाख लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। किसानों व पशुपालकों की आय दोगुणा होगी। उन्हें उचित मूल्य के साथ ही कंपनी की ओर से वार्षिक बोनस भी दिया जाएगा।
चरणबद्ध तरीके से होगा प्लांट का निर्माण
पिंडरा के करखियांव में अमूल प्लांट का निर्माण चरणबद्ध तरीके से होगा। पहले चरण में प्रतिदिन पांच लाख लीटर पैकेटबंद दूध का उत्पादन किया जाएगा। इससे डेढ़ लाख लोगों को रोजगार मिलेगा और पांच सौ लोगों को नौकरी। पहले चरण का प्लांट निर्माण 18 माह में पूरा हो जाएगा। इसके बाद प्लांट विस्तार का कार्य होगा। विस्तार के बाद प्रतिदिन 10 लाख लीटर पैकेटबंद दूध का उत्पादन किया जाएगा। इससे तीन लाख लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। वाराणसी और समीपवर्ती जनपदों में गांव-गांव कलेक्शन सेंटर खोले जाएंगे। प्लांट का निर्माण 35 एकड़ भूमि पर हो रहा है।
आइसक्रीम और पनीर भी बनेगा
बनास काशी संकुल के उत्पादन प्लांट में आइसक्रीम और पनीर का उत्पादन भी होगा। इस कंपनी की कानपुर व लखनऊ इकाई में ये दोनों प्रोडक्ट नहीं बनते। इसके अलावा अमूल के सभी बेकरी उत्पादों के साथ ही बटर, दही, लस्सी, छाछ, मिठाई भी बनाई जाएगी।