Close Menu
Bharat Speaks
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us
What's Hot

Future of Cybersecurity: NIELIT–FCRF Pact to Train Experts in AI Fraud, Forensics & Digital Law

October 2, 2025

From Panic to Protection: How Sanchar Saathi Helps Indians Secure Lost Phones

October 2, 2025

इतिहास रचा एलन मस्क ने: $500 बिलियन (Rs 41.5 लाख करोड़) की संपत्ति के साथ बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

October 2, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
Facebook X (Twitter) Instagram
Bharat Speaks
Subscribe
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us
Bharat Speaks
Home»राष्ट्रीय»हिंदी पत्रकारिता दिवस 2025: भारतीय लोकतंत्र की आवाज़ को सलाम
राष्ट्रीय

हिंदी पत्रकारिता दिवस 2025: भारतीय लोकतंत्र की आवाज़ को सलाम

BharatSpeaksBy BharatSpeaksMay 30, 2025No Comments3 Mins Read
Facebook Twitter LinkedIn Telegram WhatsApp Email
उदन्त मार्तण्ड’ से लेकर डिजिटल हिंदी पत्रकारिता तक”
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

भारत में हर वर्ष 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है — यह वह दिन है जब वर्ष 1826 में कोलकाता (तब कलकत्ता) से देश का पहला हिंदी समाचार पत्र ‘उदन्त मार्तण्ड’ प्रकाशित हुआ था। यह दिन भारतीय भाषाओं में पत्रकारिता के जन्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की नींव को सलाम करने का अवसर है।

इतिहास: जब पहली बार हिंदी में छपी जनता की आवाज़

‘उदन्त मार्तण्ड’ के संपादक पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने एक ऐसे समय में हिंदी पत्र निकालने का साहसिक निर्णय लिया, जब शिक्षा, मुद्रण तकनीक और हिंदी भाषा के प्रचार में अनेक चुनौतियाँ थीं।

यह साप्ताहिक अख़बार ब्रह्मिणों और शिक्षित वर्ग को ध्यान में रखते हुए छापा गया था और इसके माध्यम से देशवासियों को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों की जानकारी दी जाती थी। दुर्भाग्यवश, इसे सरकार से कोई सहायता नहीं मिली और यह मात्र 79 अंकों के बाद बंद हो गया, लेकिन इसने हिंदी पत्रकारिता का जो बीज बोया, वह आज एक विशाल वृक्ष बन चुका है।

वर्तमान परिदृश्य: ग्रामीण भारत से डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म तक हिंदी पत्रकारिता का विस्तार

आज हिंदी पत्रकारिता का स्वरूप बहुत विस्तृत और सशक्त हो चुका है। प्रिंट मीडिया के साथ-साथ हिंदी डिजिटल मीडिया, न्यूज़ चैनल्स, वेब पोर्टल्स और यूट्यूब चैनल्स ने आमजन तक खबरों को पहुंचाना आसान और प्रभावशाली बना दिया है।

  • देश के 60% से अधिक लोग हिंदी या उसकी उपभाषाओं को प्राथमिक भाषा के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
  • डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर हिंदी न्यूज़ पोर्टलों की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ रही है।
  • युवा पत्रकार अब न केवल पत्रकारिता कर रहे हैं, बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से प्रभाव भी बना रहे हैं।

चुनौतियाँ: अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर खतरे, फेक न्यूज़, और सुरक्षा का संकट

हालांकि हिंदी पत्रकारिता का दायरा बढ़ा है, लेकिन पत्रकारों को कई नई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है:

  • पत्रकारों पर हमले और दबाव, खासकर ग्रामीण और संवेदनशील इलाकों में।
  • फेक न्यूज़ और व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से उत्पन्न भ्रम।
  • स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए आर्थिक संसाधनों की कमी और मालिकाना हस्तक्षेप।

2024 में भारत 161वें स्थान पर था प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में, जो चिंताजनक संकेत है।

भविष्य की दिशा: हिंदी पत्रकारिता को नई तकनीक, सटीकता और ईमानदारी की जरूरत

आने वाले समय में हिंदी पत्रकारिता के सामने निम्नलिखित बिंदु अहम होंगे:

  • AI और टेक्नोलॉजी का समावेश: रिपोर्टिंग, फैक्ट चेकिंग और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए।
  • स्रोतों की पारदर्शिता और डाटा पत्रकारिता का विकास।
  • स्थानीय मुद्दों की कवरेज को प्राथमिकता देना।

निष्कर्ष: हिंदी पत्रकारिता एक मिशन है, केवल पेशा नहीं

हिंदी पत्रकारिता दिवस उस जज़्बे को याद करने का दिन है, जब सीमित संसाधनों के बावजूद जनता तक सच्ची बात पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाई गई। आज, जब तकनीक और सूचनाओं का विस्फोट हो रहा है, हमें इस मूल भावना को बनाए रखते हुए पत्रकारिता को न्याय, निष्पक्षता और जिम्मेदारी के साथ आगे ले जाना होगा।

📲 Join Our WhatsApp Channel
Algoritha Registration
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram Email
Previous ArticleFrom IAS Officer to Rs 28,000 Crore Edtech Giant: The Extraordinary Journey of Roman Saini
Next Article उत्तर प्रदेश सरकार और ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी के बीच वैश्विक शिक्षा सहयोग पर ऐतिहासिक समझौता
BharatSpeaks

Related Posts

नवरात्रि और दुर्गा पूजा: दो त्यौहार, एक आस्था — फिर भी अलग परंपराएँ

September 27, 2025

एक जिले में जहाँ आधी लड़कियाँ दुल्हन बनती हैं, एक IAS अधिकारी ने 100 से अधिक को बचाया

September 25, 2025

शगुन के लिफाफे में 1 रुपये का सिक्का क्यों जोड़ा जाता है: परंपरा के पीछे की कहानी

September 11, 2025
Add A Comment
Leave A Reply Cancel Reply

Top Posts

Subscribe to Updates

Get the latest sports news from SportsSite about soccer, football and tennis.

Welcome to BharatSpeaks.com, where our mission is to keep you informed about the stories that matter the most. At the heart of our platform is a commitment to delivering verified, unbiased news from across India and beyond.

We're social. Connect with us:

Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
Top Insights
Get Informed

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

© 2025 Bharat Speaks.
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.