लखनऊ : कोरोना महामारी के चलते साल 2020 काफी चुनौतिपूर्ण रहा। इसके बावजूद आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनौतियों को अवसर में बदलने की कोशिश में लगे रहे । प्रदेश के विकास और सुरक्षा के खातिर उन्होंने इस दौरान कई बड़े फैसले लिए। इसके लिए देश और दुनिया में उनकी काफी सराहना हुई। उनके इन महत्वपूर्ण फैसलों में विशेष सुरक्षा बल (UPSSF) का गठन भी शामिल है। योगी सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के मद्देनजर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की तर्ज पर राज्य में विशेषाधिकार वाले इस विशेष सुरक्षा बल का गठन किया।
यूपीएसएसएफ क्या है?
26 जून, 2020 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महत्वपूर्ण संस्थानों और व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ जैसी बल की स्थापना की घोषणा की गई थी। इस सुरक्षा बल का गठन प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC) पर से बोझ कम करने के उद्देश्य से किया गया।
क्या होगा काम और इनके पास क्या हैं अधिकार
सरकार ने कहा कि यह फोर्स अदालतों, हवाई अड्डों, बैंकों, मेट्रो, औद्योगिक इकाइयों, पूजा स्थलों के साथ साथ लोगों की भी रक्षा करेगा। महाराष्ट्र और ओडिशा में भी ऐसे फोर्स हैं। 30 जुलाई 2020 को, राज्य मंत्रिमंडल ने आठ-बटालियन वाले इस बल के निर्माण को मंजूरी दी। इसके बाद मॉनसून सत्र में विधानमंडल में उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल विधेयक, 2020 पास हुआ। फिर राज्यपाल ने भी इसे मंजूरी दे दी और इसके बाद यह अधिनियम बन गया। 31 अगस्त को इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी हुआ। यूपीएसएसएफ का नेतृत्व एक अतिरिक्त महानिदेशक स्तर के अधिकारी द्वारा किया जाएगा। इसमें एक महानिरीक्षक, उप महानिरीक्षक, कमांडेंट और डिप्टी कमांडेंट भी शामिल होंगे। इसके पास मजिस्ट्रेट द्वारा जारी किए गए वारंट के बिना गिरफ्तार करने का आधिकार दिया गया है। इतना ही नहीं इसके पास किसी संदिग्ध व्यक्ति के संपत्ति और घर की तलाशी लेने का का भी अधिकार है। प्राइवेट कंपनियां पेमेंट देकर इसकी सेवाएं ले सकती हैं।
ऐसे बल की आवश्यकता क्यों थी?
यूपीएसएसएफ अधिनियम के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित निकाय या किसी व्यक्ति या आवासीय परिसरों की बेहतर सुरक्षा के लिए बल का गठन किया गया है। इससे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और अधिसूचित व्यक्तियों की सुचारू और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने उद्देश्य पूरा होगा। इससे पहले तक केंद्र और अन्य राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश में कोई विशेष सुरक्षा बल स्थापित नहीं था। इन स्थलों और व्यक्तियों की सुरक्षा का काम पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र सीमा बल द्वारा किया जाता है, जो इस कार्य के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित और कुशल नहीं हैं। यूपीएसएसएफ को विशेष अधिकार दिए गए हैं।