Close Menu
Bharat Speaks
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us
What's Hot

Indian Sunscreens Under Fire: Influencer’s SPF Test Sets Off Firestorm

October 25, 2025

Danger in Your Daily Bath: Why India Still Allows Dove Soap Containing Harmful Chemical BMHCA

October 25, 2025

50 Years in Power! The World’s Longest-Serving Political Leaders in 2025

October 25, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
Facebook X (Twitter) Instagram
Bharat Speaks
Subscribe
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us
Bharat Speaks
Home»Health»गंभीर मोटापे के इलाज में बेरियाट्रिक सर्जरी, GLP-1 दवाओं की तुलना में कहीं अधिक प्रभावी
Health

गंभीर मोटापे के इलाज में बेरियाट्रिक सर्जरी, GLP-1 दवाओं की तुलना में कहीं अधिक प्रभावी

BharatSpeaksBy BharatSpeaksJuly 18, 2025No Comments3 Mins Read
Facebook Twitter LinkedIn Telegram WhatsApp Email
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

एक व्यापक वास्तविक दुनिया-आधारित अध्ययन ने मोटापे के इलाज के लिए चिकित्सा दृष्टिकोण को फिर से परिभाषित करने की दिशा में एक अहम कदम बढ़ाया है। इस अध्ययन में पाया गया है कि गंभीर मोटापे से जूझ रहे मरीजों के लिए बेरियाट्रिक सर्जरी की तुलना में GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट दवाएं दीर्घकालिक और स्थायी वजन घटाने में काफी पीछे हैं।

यह शोध 2025 में अमेरिकन सोसाइटी फॉर मेटाबोलिक एंड बेरियाट्रिक सर्जरी (ASMBS) की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत किया गया, जिसमें 63,000 से अधिक वयस्कों का विश्लेषण किया गया जिनका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 35 या उससे अधिक था। अध्ययन में उन मरीजों के परिणामों की तुलना की गई जिन्होंने स्लीव गैस्ट्रेक्टॉमी या गैस्ट्रिक बायपास सर्जरी करवाई, बनाम उन लोगों से जो सेमाग्लूटाइड और टिरज़ेपाटाइड जैसी लोकप्रिय GLP-1 दवाएं ले रहे थे।

सर्जरी से 3 से 5 गुना अधिक वजन घटाव

शोधकर्ताओं ने बताया कि जिन्होंने बेरियाट्रिक सर्जरी करवाई, उन्होंने तीन वर्षों में औसतन 24% वजन कम किया। वहीं GLP-1 दवाओं का सेवन करने वाले मरीजों का वजन केवल 5–7% तक ही घटा।

यह अंतर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि GLP-1 दवाएं, जैसे Ozempic और Mounjaro, को हाल के वर्षों में अत्यधिक लोकप्रियता मिली है, विशेषकर क्लीनिकल ट्रायल में उनके अच्छे परिणामों के कारण। हालांकि, वास्तविक जीवन में इन दवाओं की प्रभावशीलता काफी कम पाई गई है।

अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ. एवरी ब्राउन (NYU लैंगोन) ने कहा, “ट्रायल में इन दवाओं के शानदार परिणाम देखने को मिले हैं, लेकिन वास्तविक जीवन में मरीज इनका नियमित रूप से उपयोग नहीं करते या बीच में छोड़ देते हैं — यही कारण है कि असर अपेक्षा से कम होता है।”

मोटापे के इलाज की रणनीति पर पुनर्विचार

GLP-1 दवाओं पर बढ़ती निर्भरता के बीच बेरियाट्रिक सर्जरी की दर में गिरावट आई है, जिससे विशेषज्ञों में यह चिंता उठी है कि क्या इन दवाओं को अधिक प्रभावी सर्जिकल विकल्पों की जगह पर ज़रूरत से ज्यादा उपयोग किया जा रहा है।

ASMBS की अध्यक्ष डॉ. ऐन एम. रोजर्स के अनुसार, “GLP-1 दवाएं एक उपयोगी विकल्प हैं, लेकिन वे सर्जरी का स्थान नहीं ले सकतीं — खासकर उन मरीजों के लिए जिन्हें लंबे समय तक स्थायी परिणाम की आवश्यकता होती है।”

सर्जरी से न केवल वजन घटता है, बल्कि यह टाइप-2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, स्लीप एपनिया और हृदय रोग के जोखिम को भी कम कर सकती है। फिर भी, अमेरिका में केवल 1% से भी कम पात्र मरीज हर साल सर्जरी करवाते हैं।

लागत, पहुंच और व्यक्तिगत उपचार योजना की भूमिका

बेरियाट्रिक सर्जरी में एकमुश्त लागत और रिकवरी पीरियड जरूर होता है, लेकिन अधिकतर मामलों में बीमा इसे कवर करता है। इसके विपरीत, GLP-1 दवाएं अक्सर $1,000 प्रति माह तक की होती हैं, जिनका बीमा कवरेज सीमित रहता है और इनका लाभ तब तक ही बना रहता है जब तक दवा ली जा रही हो।

डॉ. ब्राउन कहते हैं, “यह बहस नहीं होनी चाहिए कि दवा बेहतर है या सर्जरी, बल्कि यह विचार होना चाहिए कि किस व्यक्ति के लिए कौन-सा विकल्प ज्यादा उपयुक्त है। यह अध्ययन मरीजों और डॉक्टरों को निर्णय लेने में वास्तविक आंकड़ों पर आधारित स्पष्टता प्रदान करता है।”

जैसे-जैसे मोटापे के प्रभावी इलाज की मांग बढ़ रही है, विशेषज्ञ संयुक्त निर्णय प्रक्रिया (shared decision-making) पर जोर दे रहे हैं, जिसमें मरीज की प्राथमिकता, चिकित्सीय इतिहास और दीर्घकालिक पालन क्षमता को ध्यान में रखा जाए।

📲 Join Our WhatsApp Channel
Algoritha Registration
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram Email
Previous Articleतीन लोगों के डीएनए से जन्मे बच्चे: अनुवांशिक बीमारियों के खिलाफ वैज्ञानिकों की ऐतिहासिक सफलता
Next Article No Prior Heart Problems — Yet Suffered Cardiac Arrest: Rare Case Treated Successfully
BharatSpeaks

Related Posts

Breaking Barriers in Medicine: Gurgaon’s Artemis Hospital Performs Four ABO-Incompatible Liver Transplants in One Month

October 25, 2025

8 Homemade Drinks to Naturally Detox Your Kidneys and Improve Urine Health

October 24, 2025

“Digital Blindness?” Experts Reveal the Hidden Eye Damage Caused by Scrolling Reels

October 21, 2025
Add A Comment
Leave A Reply Cancel Reply

Top Posts

Subscribe to Updates

Get the latest sports news from SportsSite about soccer, football and tennis.

Welcome to BharatSpeaks.com, where our mission is to keep you informed about the stories that matter the most. At the heart of our platform is a commitment to delivering verified, unbiased news from across India and beyond.

We're social. Connect with us:

Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
Top Insights
Get Informed

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

© 2025 Bharat Speaks.
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.