बीआरडी मेडिकल कॉलेज से नौसढ़ तथा श्याम नगर से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तक की यात्रा अब चंद मिनटों में पूरी होगी। यह संभव होगा उस मेट्रो रेल सेवा से जिसके निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। गोरखपुर लाइट रेल ट्रांजिट परियोजना (एलआरटी, गोरखपुर लाइट मेट्रो) के पहले फेज को केंद्र की मंजूरी मिलते ही इसके निर्माण की राह आसान हो गई है। अब इसके शिलान्यास की तैयारी शुरू हो गई है। लाइट मेट्रो से आवागमन तो आसान होगा ही, शहर की रफ्तार भी बढ़ जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विट के माध्यम से गोरखपुर लाइट मेट्रो के पहले फेज को केंद्र की मंजूरी की जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा है कि गोरखपुर में मेट्रो सेवा आरंभ करने की प्रक्रिया तीव्र गति से बढ़ रही है। इसी कड़ी में पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआइबी) की बैठक में गोरखपुर लाइट मेट्रो के फेज-वन की स्वीकृति मिल गई है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है।
तीन कार वाली चलेगी मेट्रो, दो कारिडोर में बनेंगे 27 स्टेशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर शहर में तीन कोच वाली लाइट मेट्रो के डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को कैबिनेट ने भी अपनी मंजूरी दे दी है। वर्ष 2024 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। सरकार ने बजट में भी गोरखपुर, वाराणसी और अन्य शहरों में मेट्रो रेल परियोजनाओं के लिए 100 करोड़ रुपये सुनिश्चित कर दिया है। डीपीआर के मुताबिक गोरखपुर मेट्रो के लिए दो कारिडोर होंगे। दोनों कारिडोर पर कुल 27 स्टेशन बनाए जाएंगे। सभी स्टेशन एलिवेटेड यानी ऊपर बनाए जाएंगे। मेट्रो में लगभग 4672 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है।
15.14 किमी लंबा होगा पहला कारिडोर
पहला कारिडोर श्याम नगर से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तक 15.14 किमी लंबा होगा, इसमें 14 स्टेशन बनाए जाएंगे।
12.70 किमी लंबा होगा दूसरा कारिडोर
दूसरा कारिडोर बीआरडी मेडिकल कालेज से नौसढ़ के बीच बनेगा, जो 12.70 किमी लंबा होगा, इसमें 13 स्टेशन प्रस्तावित है।