भारत में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, मध्य प्रदेश ने देश का पहला पूर्णतः नि:शुल्क एयर एम्बुलेंस सेवा कार्यक्रम शुरू किया है। 29 मई 2024 को शुरू हुई यह ‘प्रधानमंत्री श्री एयर एम्बुलेंस योजना’ अब तक 62 गंभीर रोगियों को एयरलिफ्ट कर चुकी है, जिनमें से 53 को पूरी तरह मुफ्त सहायता दी गई।
राज्य सरकार के अनुसार, इस सेवा ने अब तक 50 से अधिक जानें बचाई हैं, और यह सेवा अब राज्य के दूरस्थ इलाकों तक राहत पहुंचा रही है।
आसमान से जीवन की उम्मीद
हाल ही में सिंगरौली जिले के एक 37 वर्षीय किडनी रोगी संदीप सिंह को AIIMS भोपाल में एयरलिफ्ट कर पहुंचाया गया। उनका जीवन खतरे में था और यह त्वरित चिकित्सा सहायता योजना के तहत बिना किसी शुल्क के उपलब्ध कराई गई।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “यह सिर्फ एक सेवा नहीं, बल्कि जीवन का दूसरा मौका है। गरीब को अस्पताल तक पहुंचने के लिए मरना नहीं चाहिए।” उन्होंने सभी कलेक्टरों से योजना का प्रचार-प्रसार करने को भी कहा।
योजना का ढांचा: कौन और कैसे
यह सेवा ICATT एयर एम्बुलेंस सर्विसेज़ के साथ साझेदारी में चलाई जा रही है और इसमें हेलीकॉप्टर व फिक्स्ड-विंग विमान दोनों का प्रयोग किया जाता है। सभी विमानों में ऑक्सीजन, स्ट्रेचर, मॉनिटर, डिफिब्रिलेटर और trained चिकित्सा दल मौजूद होता है।
मुख्य विशेषताएं:
- आयुष्मान भारत कार्ड धारकों के लिए राज्य के भीतर पूर्णतः मुफ्त
- गंभीर स्थितियों में गैर-कार्डधारकों के लिए भी राज्य के भीतर उपलब्ध
- राज्य से बाहर रिफर मामलों में शुल्क लग सकता है
- प्रत्येक मरीज़ को ₹50 लाख तक की बीमा सुरक्षा
प्रत्येक केस की अनुमति जिला स्तर पर चिकित्सा अधिकारियों द्वारा दी जाती है; अंतर्राज्यीय मामलों के लिए उच्च स्तर की मंज़ूरी आवश्यक होती है।
अब तक की प्रगति और आंकड़े
राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस सेवा के अंतर्गत अधिकांश मामले हृदयघात, मल्टी-ऑर्गन फेल्योर, स्ट्रोक, गंभीर सड़क हादसे और न्यूरोलॉजिकल इमरजेंसी के रहे हैं।
रीवा जिला से सबसे अधिक — 19 मरीजों को एयरलिफ्ट किया गया। इसके बाद भोपाल, जबलपुर, कटनी, और छतरपुर जैसे जिलों से भी लगातार मरीजों को राहत मिली है।
एक वरिष्ठ डॉक्टर के अनुसार, “यह सेवा ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य सेवाओं के बीच की खाई को मिनटों में पाट देती है।”
चुनौतियां और भविष्य की योजना
राज्य सरकार ने हाल ही में इस सेवा के लिए एक नया ग्लोबल टेंडर जारी किया है, जिसमें कुछ नई अनिवार्यताएं जोड़ी गई हैं:
- 24×7 डिस्पैच सेंटर
- रात्रि में भी उड़ान सक्षम विमान
- जीपीएस ट्रैकिंग प्रणाली
- कम से कम प्रतिक्रिया समय
पूर्व सेवा में कुछ तकनीकी अड़चनें व मौसम की चुनौतियां सामने आई थीं, जिन्हें अब नई शर्तों के तहत हल किया जा रहा है।
एक साल में 50 से अधिक जीवन बचाकर, मध्य प्रदेश की यह मुफ्त एयर एम्बुलेंस सेवा केवल एक योजना नहीं, बल्कि भारत में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा की दिशा में एक मॉडल बन चुकी है। जैसे-जैसे इसका विस्तार और आधुनिकीकरण होगा, यह देशभर के राज्यों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण बनेगी।