जुलाई 2025 तक की ग्लोबल मार्केट कैप रिपोर्ट ने कॉर्पोरेट जगत में हलचल मचा दी है। अमेरिकी टेक दिग्गज एनविडिया (Nvidia) ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए Apple और Microsoft जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी का ताज हासिल कर लिया है।
एनविडिया की ऐतिहासिक छलांग
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और चिप निर्माण में क्रांति लाने वाली एनविडिया का मार्केट कैप अब 4.2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। यह उपलब्धि कंपनी की तेजी से बढ़ती मांग और AI चिप्स के प्रति ग्लोबल डिपेंडेंसी का बड़ा सबूत है।
टॉप 5 ग्लोबल कंपनियां (जुलाई 2025)
1. Nvidia – $4.2 ट्रिलियन
2. Microsoft – $3.8 ट्रिलियन
3. Apple – $3.11 ट्रिलियन
4. Amazon – $2.4 ट्रिलियन
5. Alphabet (Google) – $2.2 ट्रिलियन
एशिया और यूरोप की स्थिति
चीन की Tencent, ICBC और Alibaba अब भी टॉप 50 में बनी हुई हैं।
साउथ कोरिया की Samsung ($316B) लिस्ट में शामिल है।
यूरोप से Nestlé, Roche, SAP और LVMH अपनी मौजूदगी दर्ज कराती हैं।
भारत की कंपनियां क्यों गायब?
गौर करने वाली बात यह है कि भारत की कोई भी कंपनी इस ग्लोबल टॉप 50 में शामिल नहीं हो पाई।
रिलायंस और टाटा जैसी कंपनियां एशिया में भले ही बड़ी ताकत मानी जाती हैं, लेकिन ग्लोबल स्तर पर उनका मार्केट कैप अभी भी छोटा है।
भविष्य की दिशा
यह रिपोर्ट साफ संकेत देती है कि आने वाला दशक AI, टेक्नोलॉजी और चिप इनोवेशन के इर्द-गिर्द घूमेगा। एनविडिया का नंबर वन बनना सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि यह भविष्य का रोडमैप है — जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही असली ताकत होगी।