आजकल कई लोग ChatGPT को अपना वर्चुअल काउंसलर मानकर उससे मन की बातें करने लगे हैं, लेकिन OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने साफ कर दिया है कि ChatGPT पर की गई बातचीत कानूनी रूप से गोपनीय नहीं मानी जाती, जैसे डॉक्टर, वकील या थेरेपिस्ट के साथ होती है।
“अगर केस हुआ, तो आपके चैट पेश किए जा सकते हैं”
ऑल्टमैन ने एक पॉडकास्ट में कहा, “अगर आपने ChatGPT से अपनी सबसे निजी बातें शेयर कीं और उस पर कोई मुकदमा हो गया, तो हमें वो चैट कोर्ट में पेश करनी पड़ सकती है। यह एक गंभीर मसला है।”
उन्होंने कहा कि किसी थेरेपिस्ट, डॉक्टर या वकील के साथ की गई बातचीत पर कानूनी गोपनीयता होती है, लेकिन AI चैट्स के लिए ऐसी कोई सुरक्षा अभी नहीं है।
AI और गोपनीयता पर उठे सवाल
OpenAI का कहना है कि मुफ्त, प्लस और प्रो यूज़र्स की डिलीट की गई चैट्स 30 दिन के भीतर हटा दी जाती हैं, जब तक कि उन्हें किसी कानूनी या सुरक्षा कारण से सहेजना ज़रूरी न हो। लेकिन अगर अदालत का आदेश हो, तो कंपनी को वो डेटा पेश करना होगा—even अगर यूज़र ने उसे डिलीट कर दिया हो।
युवाओं में ChatGPT से सलाह लेने का चलन
सैम ऑल्टमैन ने बताया कि युवा वर्ग तेजी से ChatGPT से जीवन, रिश्तों और मानसिक स्वास्थ्य पर सलाह लेने लगे हैं। “एक साल पहले तक किसी ने इसके बारे में सोचा भी नहीं था,” उन्होंने कहा।
AI चैट्स के लिए कानून की ज़रूरत
सैम ऑल्टमैन ने कहा कि AI के साथ बातचीत के लिए भी उसी स्तर की गोपनीयता होनी चाहिए जैसी थेरेपिस्ट या वकील के साथ होती है, और यह मामला “तत्काल ध्यान” मांगता है।
क्या ChatGPT से बात करना सुरक्षित है?
अगर आप ChatGPT का उपयोग थेरेपी या निजी सलाह के लिए कर रहे हैं, तो यह ज़रूरी है कि आप जानें: यह बातचीत पूरी तरह निजी नहीं मानी जाती। बेहतर है कि संवेदनशील मामलों में अभी भी मानवीय विशेषज्ञ से ही सलाह लें।