प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को मंगलवार को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की सौगात दी। इसके साथ ही वायुसेना की सामरिक क्षमता में नया अध्याय जुड़ गया। वायुसेना ने दो एक्सप्रेसवे पर एक साथ पांच वायुसेना स्टेशनों की स्क्वाड्रन से लड़ाकू विमानों के आपरेशन की क्षमता हासिल कर ली। दोनों ही एक्सप्रेसवे की एयर स्टि्रप बीकेटी और मेमौरा वायुसेना स्टेशन के क्षेत्र में हैं। युद्ध के समय दुश्मन के वायुसेना स्टेशन पर होने वाले हमलों के बीच जवाबी कार्रवाई के लिए वायुसेना बड़े पैमाने पर तैयारी कर रही है। इसी बड़े प्रोजेक्ट के तहत मध्य वायुकमान मुख्यालय ने बीकेटी वायुसेना स्टेशन को अपग्रेड कर दिया है।
#WATCH | Jaguar aircraft carries out a touch and go landing at the 3.2-km long emergency landing field on Purvanchal Expressway in Karwal Kheri, Sultanpur today
(Source: DD) pic.twitter.com/hvY075RrJK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 16, 2021
मिग-21 की यहां मौजूदा स्क्वाड्रन की जगह भविष्य में तेजस और राफेल के अलावा ट्रांसपोर्ट विमान हरक्यूलिस के आपरेशन होंगे, जबकि मेमौरा वायुसेना स्टेशन पर इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (आइएसीसीएस) लगाया गया है। यह सिस्टम देश की वायु सीमा में होने वाली दुश्मन देशों की नापाक हरकतों को पकड़ सकता है। आगरा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की एयर स्टि्रप को बीकेटी वायुसेना स्टेशन से कंट्रोल किया जा सकेगा।
#WATCH | Jaguar aircraft carries out a touch and go landing at the 3.2-km long emergency landing field on Purvanchal Expressway in Karwal Kheri, Sultanpur today
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आईएसीसीएस देश के सभी एयर फोर्स स्टेशन से जुड़ गया है। ऐसे में उत्तराखंड से सटी चीन सीमा से लेकर राजस्थान और कश्मीर से सटे पाकिस्तान तक को जवाबी कार्रवाई के लिए इन दोनों एयर स्टि्रप का इस्तेमाल एक साथ हो सकेगा।
बीकेटी एयरफोर्स स्टेशन के अलावा प्रयागराज का बमरौली, गोरखपुर, कानपुर, आगरा में तैनात स्क्वाड्रन के विमान एक साथ दोनों ही एक्सप्रेसवे से ऑपरेशन कर सकेंगे। तय योजना के तहत चुनी गई एयर स्टि्रपमध्य वायुकमान ने बीकेटी वायुसेना स्टेशन के करीब ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और आगरा एक्सप्रेसवे पर एयर स्टि्रप बनाने की जगह को चुना था। वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इन दोनों एयर स्टि्रप से ऑपरेशन के समय कई स्क्वाड्रन को एक साथ कंट्रोल करने में आसानी होगी।