लखनऊ : हमारे संविधान के मूल अधिकार में है कि सभी को बेहतर स्वास्थ मिले। इसके बाद भी कमजोर आय वर्ग के लोगों को अक्सर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रखा जाता है। लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के इस फैसले से ग्रामीण क्षेत्रों के खासतौर पर वंचित वर्ग के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा की व्यवस्था की गई है। ये योजना है मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस योजना को पिछले साल यानी जनवरी 2020 में शुरू की थी। इसके तहत हर जिले में प्रत्येक रविवार को सप्ताहिक मेले का आयोजन किया जाता था। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इस योजना को मार्च के बाद स्थगित कर दिया गया था। लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने फिर से इसे 10 जनवरी से शुरू करने का आदेश दिया है। आदेश के अनुसार, प्रदेश के सभी शहरी और ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हर रविवार सुबह 10 बजे से अपराह्न 4 बजे तक पहले की तरह आरोग्य मेले का आयोजन होगा। इस आरोग्य मेले में ड्यूटी करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को शनिवार को छुट्टी मिलेगी।
जन अरोग्य योजना के बारे में जानें
- उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री जन अरोग्य योजना का लाभ गरीब और कमजोर वर्ग के व्यक्तियों को दिया जाएगा जो आयुष्मान भारत योजना से छूट गए हैं
- उत्तर प्रदेश जन आरोग्य योजना के लाभार्थी उत्तर प्रदेश के निवासी होने चाहिए तभी इस योजना का लाभ दिया जाएगा
- प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य सुविधाएं सही समय पर उपलब्ध कराने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा यह महत्वपूर्ण कदम समय-समय पर उठाए जाते हैं इसी के चलते इस योजना का शुभारंभ किया गया है जिसमें ज्यादा से ज्यादा एंबुलेंस सुविधा को बढ़ाने की बात कही गई है
- इस योजना के तहत सभी जिलों में नए सरकारी अस्पताल खोले जाएंगे |
- मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी द्वारा इस योजना के तहत नए 750 आरोग्य केंद्र का शुभारंभ किया गया है जिसमें सभी प्रकार की स्वास्थ सेवाएं उपलब्ध कराने का सतत प्रयास किया जाएगा।
- इन आरोग्य केंद्र के अंतर्गत सभी लोगों को सही करने का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र माना जाएगा जहां पर इनका उपचार सही समय पर किया जा सके|
- इस योजना की शर्तों में इसके तहत लाभार्थी को 5 लाख रुपये तक का बीमा मिलेगा। योजना के तहत बताया गया है कि 898000 परिवार इस योजना के तहत लाभान्वित किए जाएंगे।