अनीशा कुमारी, लखनऊ: Cabinet ने Medical Device Park में स्थापित होने वाली इकाइयों के लिए प्रोत्साहन संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उत्तर प्रदेश फार्मास्यूटिकल उद्योग नीति 2018 (UP Pharmaceutical Policy) के तहत यह सुविधाएं मिलेंगी। मेडिकल डिवाइस पार्क केंद्र सरकार की योजना के अंतर्गत स्वीकृत हुआ है।
प्रस्ताव के मुताबिक मेडिकल डिवाइस पार्क में स्थापित होने वाली इकाइयों को पूंजीगत ब्याज सब्सिडी (Interest Subsidy), एसजीएसटी प्रतिपूर्ति( Reimbursement of SGST), एयर कार्गो हैंडलिंग चार्ज (Incentives on air cargo)और फ्रेट इंसेंटिव( Freight insentives, ईपीएफ प्रतिपूर्ति (EPF reimbursement), शून्य अपशिष्ट प्रोत्साहन (Insentives for Zero waste), कौशल विकास(Skill Development), पेटेंट फाइलिंग शुल्क प्रतिपूर्ति (Reimbursement of Patent filing charges), गुणवत्ता प्रमाणन प्रतिपूर्ति, लैंड लीज दर, उपयोगिता शुल्क में छूट, स्टांप ड्यूटी में छूट और विपणन सहायता आदि प्रोत्साहन शामिल होंगे।
इस निर्णय से मेडिकल डिवाइस विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा और इस क्षेत्र में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी और बड़ी संख्या में लोग निवेश कर सकेंगे और रोजगार सृजन होगा। इससे प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और बेरोजगार लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
मेडिकल डिवाइस पार्क में स्थापित होने वाली इकाइयों के प्रोत्साहन के लिए शासन की तरफ से विशेष ध्यान दिया जाएगा और इस पर नजर रखी जाएगी। मेडिकल डिवाइस पार्क गौतम बुध नगर के यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में बनाया जाएगा और 350 एकड़ क्षेत्रफल में मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना प्रस्तावित है।
यह पार यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर 28 में स्थापित किया जाएगा और परियोजना की कुल लागत 429.40 करोड़ रुपए होगी। इसमें भूमि की लागत शामिल नहीं है और यह मेडिकल डिवाइस पार्क प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क होगा।
15000 लोगों को मिलेगा प्रत्यक्ष रोजगार
केंद्र सरकार के सहयोग से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बनने वाले उत्तर भारत के पहले मेडिकल डिवाइस पार्क की योजना पिछले महीने लांच की गई थी और पहले चरण में 4000 वर्ग मीटर तक के पचासी भूखंड मेडिकल उपकरण बनाने वाली कंपनियों को आवंटित किए जाएंगे। मेडिकल डिवाइस पार्क में करीब 38 सौ करोड़ रुपए का निवेश होगा और 15000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिल सकेगा। मेडिकल डिवाइस पार्क दो चरणों में विकसित किया जाएगा। पहला चरण 110 एकड़ में विकसित होगा। इससे प्रत्यक्ष रूप से 15000 लोगों को रोजगार मिलेगा और अप्रत्यक्ष रूप से 50,000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।