उत्तर प्रदेश ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह देश की सबसे तेज़ी से उभरती हुई औद्योगिक शक्ति है। मुंबई में आयोजित ‘इन्वेस्ट यूपी राउंडटेबल’ बैठक में देश-विदेश की प्रमुख कंपनियों ने राज्य में कुल ₹69,000 करोड़ के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। इस कदम से न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि युवाओं को रोज़गार के नए अवसर भी मिलेंगे।
इन निवेशों में से अधिकांश सेमीकंडक्टर निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, सीमेंट उत्पादन और ग्रीन केमिकल्स जैसे भविष्य उन्मुख क्षेत्रों में किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुआई में राज्य सरकार ने हाल के वर्षों में निवेश-अनुकूल माहौल तैयार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हाई-प्रोफाइल निवेश: उद्योग जगत का उत्तर प्रदेश पर भरोसा
हिरानंदानी ग्रुप नोएडा में ₹28,440 करोड़ की लागत से सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई स्थापित करेगा, जिससे भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को वैश्विक पहचान मिलने की संभावना है।
अवाडा ग्रुप राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अतिरिक्त ₹20,000 करोड़ निवेश करेगा। यह निवेश मौजूदा 1.5 गीगावॉट सौर ऊर्जा परियोजना को विस्तार देने की दिशा में है।
टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड बुंदेलखंड क्षेत्र में दो 800 मेगावॉट की विद्युत इकाइयों पर ₹13,700 करोड़ खर्च करेगा, जिससे ऊर्जा अवसंरचना को मजबूती मिलेगी।
अल्ट्राटेक सीमेंट अलीगढ़, शाहजहांपुर और टांडा में अपने परिचालन का विस्तार ₹1,981 करोड़ की लागत से करेगा।
बलरामपुर चीनी मिल्स लखीमपुर खीरी में ₹2,850 करोड़ की लागत से पॉलीलैक्टिक एसिड (PLA) संयंत्र लगाएगा, जिससे 225 से अधिक रोज़गार सृजित होने की उम्मीद है।
सरकारी नीतियों से मिला औद्योगिक गति को बल
राज्य सरकार की निवेश-अनुकूल नीतियों और सिंगल विंडो क्लीयरेंस जैसे उपायों ने उत्तर प्रदेश को उद्योगपतियों के लिए आकर्षक गंतव्य बना दिया है। वित्तीय वर्ष 2024–25 में उत्तर प्रदेश ने 15,590 नई कंपनियों के पंजीकरण के साथ दिल्ली को पीछे छोड़ दिया है।
इसके अतिरिक्त, नोएडा में निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी और शहरी तापमान को नियंत्रित करने के लिए ‘मिनी फॉरेस्ट्स’ जैसी योजनाएं राज्य के भविष्य उन्मुख दृष्टिकोण को दर्शाती हैं।
निवेश का नया युग: उत्तर प्रदेश की आर्थिक उड़ान
आज का उत्तर प्रदेश केवल कृषि-प्रधान राज्य नहीं, बल्कि एक आधुनिक, नवोन्मेषी और तकनीक-सक्षम राज्य बन चुका है। इन निवेशों से यह स्पष्ट है कि उद्योग जगत को उत्तर प्रदेश की नीति, नेतृत्व और संभावनाओं पर पूर्ण विश्वास है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, “हम केवल पूंजी नहीं ला रहे, हम विश्वास ला रहे हैं — एक ऐसा भरोसा जो रोजगार, विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा की ओर ले जाएगा।”