Lucknow : रोटी कपड़ा और मकान। बड़े-बड़े शहरों में रोटी और कपड़े तो मिल जाते हैं लेकिन अपना मकान होना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में कौन नहीं चाहेगा कि शहर में अपना एक घर हो। अगर आसानी से हम बड़ा घर बना लें तो इससे बेहतर क्या हो सकता है। ये किसी सपने से कम नहीं होता है। ऐसा ही सपना देखने वाली चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की पत्नी चंद्रावती प्रजापति आज बहुत खुश है। खुशी इस बात की है कि लखनऊ जैसे बड़े शहर में अपना घर बन गया। आप इस घर को देखकर ये अंदाजा लगा सकते हैं कि ये किसी कोठी से कम नहीं है। लेकिन इस मकान को सरकारी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाया गया है। ये एक छोटा उदाहरण है। पीएम आवास योजना के तहत पूरे देश में उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां सबसे ज्यादा लोगों को मकान दिए गए। वो भी बेहतर गुणवत्ता के साथ। इस वजह से नवव्रर्ष पर यूपी को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बेस्ट अलॉर्ड मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी सरकारी की तारीफ भी की और महिला को सम्मानित भी किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए यूपी को वर्ष 2019 का सबसे बेस्ट राज्य का सम्मान भी मिला।
सूझबूझ और योजना में मिले लोन से ऐसे बना आशियाना
राम प्रजापति लखनऊ के केजीएमयू में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। इनका और इनकी पत्नी चंद्रावती दोनों का सपना था कि अपना एक घर हो। इसलिए इन लोगों ने शादी के बाद से ही बचत शुरू कर दी थी। बचत करते हुए इन्होंने किसी तरह से फैजुल्लागंज के दाऊदनगर में 1 हजार वर्ग फीट जमीन भी खरीद ली। लेकिन इस जमीन पर घर बनाने के लिए अब पैसे नहीं बचे थे। इस तरह घर बनने की उम्मीद कमजोर पड़ने लगी थी। लेकिन इसी बीच, इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद पत्नी चंद्रावती ने आवेदन किया। बताया जा रहा है कि यहां से ढाई लाख रुपये मिले। इसके बाद इलाहाबाद बैंक ने भी चंद्रावती को घर बनाने के लिए लोन दे दिया। लगभग दस लाख रुपये एकत्र कर दंपति ने खुद से घर का डिजाइन तैयार कराया ताकी बजट में बेहतर घर बन जाए और रिजल्ट भी सबके सामने है।