एक नई अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट ने दुनिया भर में हलचल मचा दी है। World of StatHistics द्वारा जारी किए गए ताज़ा आंकड़ों ने यह साफ कर दिया है कि अलग-अलग देश अपराध और सज़ा के प्रति कितने अलग तरीके अपनाते हैं। सबसे चौंकाने वाली बात — एल साल्वाडोर दुनिया का सबसे ज्यादा कैद रखने वाला देश बन गया है, जहां हर 1 लाख लोगों पर 1,659 कैदी हैं। यह आधुनिक इतिहास में किसी भी देश का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
एल साल्वाडोर: ‘जेल में तब्दील’ होता देश
राष्ट्रपति नायिब बुकेले की कड़ी गैंग-विरोधी मुहिम के बाद हजारों गिरफ्तारियों ने एल साल्वाडोर को दुनिया का ‘सबसे सुरक्षित’ देशों में शामिल कर दिया—ऐसा सरकार का दावा है।
समर्थक कहते हैं:
● देश में अपराध रिकॉर्ड स्तर पर गिरा
● टूरिज़्म बढ़ा
● सड़कें सुरक्षित हुईं
लेकिन मानवाधिकार समूह चेताते हैं:
● बिना जांच गिरफ्तारियां
● गुप्त जेलें
● गलत लोगों को भी कैद करने के आरोप
फिर भी सरकार रुकने को तैयार नहीं — “सुरक्षा सर्वोपरि है।”
अमेरिका दूसरे नंबर पर — बहस फिर तेज़
542 कैदी/1 लाख आबादी के साथ अमेरिका दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा कैद रखने वाला देश है।
कई सालों की सुधार मांगों के बावजूद:
सख्त सज़ा कानून
नस्लीय असमानता
बार-बार अपराध करने वालों की बड़ी संख्या
अब भी अमेरिकी जेलों को दुनिया में सबसे विवादित बनाते हैं।
और भी चौकाने वाली बात—
अमेरिका के दो छोटे क्षेत्र, अमेरिकन समोआ (538) और गुआम (530), भी टॉप 5 में हैं।
ये देश भी हैं टॉप लिस्ट में — कुछ नाम आपको हैरान कर देंगे
क्यूबा – 794
रवांडा – 620
तुर्कमेनिस्तान – 576
टोंगा – 516
हर देश की तस्वीर दिखाती है कि कैद सिर्फ अपराध का मामला नहीं — यह राजनीति, कानून और शासन की सोच का नतीजा है।

कौन-से देश सबसे कम लोगों को जेल में डालते हैं?
दुनिया का दूसरा चेहरा भी है:
जापान – 37
भारत – 35
आइसलैंड – 29
ये देश सख्त सज़ा नहीं, बल्कि समाज-आधारित सुधार, पुनर्वास और न्याय में विश्वास रखते हैं।
असल सवाल: क्या ज्यादा जेलें समाज को सुरक्षित बनाती हैं?
विशेषज्ञों का कहना है—
दुनिया में सुरक्षा का मॉडल दो हिस्सों में बंटा है:
1 दंड आधारित मॉडल — अपराधी को तुरंत जेल
2 सुधार आधारित मॉडल — अपराध की जड़ पर काम, शिक्षा, पुनर्वास
यह रिपोर्ट दुनिया को सोचने पर मजबूर करती है:
सुरक्षा जेलों से आती है या न्याय से?
कड़े कानून बेहतर बनाते हैं या बेहतर अवसर?
क्योंकि अंत में, हर देश की जेलें उसके मूल्य, उसकी सोच और उसकी नीतियों का आईना होती हैं।
