उत्तर प्रदेश में मिली भारी सफलता के बाद भाजपा (BJP) की सरकार ने दोबारा वापसी की है।इसके बाद शासन सक्रिय हो गया है और प्रस्तावित योजनाओं को अब और तेज गति देने की तैयारी शुरू कर दी है । यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में एविएशन इनोवेशन एंड रिसर्च सेंटर के अलावा एमआरओ हब, फिल्म सिटी मेडिकल डिवाइस पार्क, जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए जमीन का अधिग्रहण, डाटा सेंटर समेत कई परियोजनाओं को नई उड़ान मिलने जा रही है।
एयरपोर्ट की भूमि पूजन के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मंशा जाहिर कर दी थी और कहा था कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर भारत का लॉजिस्टिक गेटवे बनेगा। एयरपोर्ट विमानों के रखरखाव रिपेयर ऑपरेशन का देश का सबसे बड़ा सेंटर होगा यहां 40 एकड़ में मेंटेनेंस रिपेयर और ओवरहाल सुविधा बनेगी जो देश और विदेश के विमानों को सर्विस देगी और सैकड़ों युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराएगी। आज भी देश के 85% विमानों को एमआरओ सेवा के लिए विदेश भेजते हैं हर वर्ष 15000 करोड़ रुपए खर्च होते हैं। ऐसे में यह परियोजना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।
एविएशन इनोवेशन एंड रिसर्च सेंटर और एमआरओ हब परियोजनाओं को लेकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अधिकारियों ने अपनी कार्य योजना शासन को भेज दी हैं । नियाल यह नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया के मुताबिक शासन ने कार्य योजना को भेजने के लिए कहा था। जेवर एयरपोर्ट के पास विकसित होने वाले एविएशन इन्नोवेशन एंड रिसर्च सेंटर और मेंटेनेंस एंड रिपेयरिंग एंड ओवरहालिंग हब को लेकर पहले से ही काम चल रहा है। एमआरओ के लिए जमीन आरक्षित की गई है यहां पर विमानों के रखरखाव करने वाली बड़ी विदेशी कंपनियों के आने की उम्मीद है। इसके साथ ही यहां पर रिसर्च सेंटर भी खोलने की योजना है। यह देश का सबसे बड़ा केंद्र होगा इस परियोजना में विमानों के रखरखाव तकनीक के मामले में आत्मनिर्भरता आएगी।
जेवर से ग्रेटर नोएडा तक पहले फेज में मेट्रो का संचालन किया जाना है इसकी डीपीआर का काम दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन कर रहा है। जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच पॉड टैक्सी चलाई जानी है, इसकी डीपीआर भी बन गई है । इसका प्रस्ताव जल्दी शासन को भेज दिया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस पर ईस्टर्न पेरीफेरल का एक इंटरएक्सचेंज बनाया जाना है यह सब काम अब तेज गति पकड़ेंगे।