उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को कहा कि फिल्म सिटी परियोजना अगले साल जनवरी में शुरू होने की उम्मीद है। राज्य सरकार ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस ड्रीम प्रोजेक्ट से 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। फिल्म सिटी गौतमबुद्धनगर जिले के यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण (Yeida) क्षेत्र के सेक्टर 21 में बनेगी।
यूपी सरकार ने सलाहकार कंपनी सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रस्तुत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DBRE) को मंजूरी दे दी है। यीडा के सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया, “सीबीआरई को अब तीन सप्ताह के भीतर बोली दस्तावेज तैयार करना होगा, जिसके बाद इस संबंध में एक वैश्विक निविदा जारी की जाएगी। इसमें घरेलू और विदेशी दोनों कंपनियां भाग ले सकेंगी।”
विशाल फिल्म सिटी का निर्माण 6,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जाएगा
फिल्म सिटी का निर्माण शुरू करने वाली कंपनी के चयन को 31 दिसंबर तक अंतिम रूप दिया जाएगा। इस परियोजना के तीन चरणों में पूरा होने की उम्मीद है। 1,000 एकड़ के क्षेत्र में फैले इस विशाल फिल्म सिटी का निर्माण 6,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जाएगा। इसे तीन चरणों में पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के जरिए बनाया जाएगा। पहले चरण में स्टूडियो, ओपन एरिया, एम्यूजमेंट पार्क और विला बनाए जाएंगे।
नवीनतम तकनीकों से लैस होगी फिल्म सिटी
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने पिछले साल दिसंबर में राज्य में एक विश्व स्तरीय फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की थी। यूपी सरकार ने वादा किया था कि प्रस्तावित फिल्म सिटी डिजिटल सहित नवीनतम तकनीकों से लैस होगी।
ये सुविधाएं होंगी
इसमें फिल्मों, टीवी धारावाहिकों, एनीमेशन, वेब सीरीज, कार्टून फिल्मों, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग के लिए स्टूडियो होंगे। इसके अलावा, फिल्म सिटी में स्पेशल अफेक्ट वाले स्टूडियो, आउटडोर लोकेशन, होटल, क्लब हाउस, गांव, कार्यशालाएं, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स होंगे। फूड कोर्ट, मनोरंजन पार्क, पर्यटकों के लिए मनोरंजन सुविधाएं, सम्मेलन केंद्र और एक बहु-स्तरीय पार्किंग भी होंगे। यूपी सरकार के मुताबिक स्टूडियो इस तरह से बनाए जाएंगे कि लोग फिल्मों की शूटिंग देख सकें। एक कॉमन सेंटर भी होगा जहां फिल्म से जुड़ी सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।