मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि निजी कालेज व शिक्षण संस्थान में यदि दो या दो से अधिक सगी बहनें एक साथ पढ़ती हैं, तो उनमें से एक ही फीस माफ की जाएगी। इसके लिए सरकार पहले निजी शिक्षण संस्थानों को प्रेरित करेगी, यदि वह फीस माफ नहीं करेंगे तो इसकी भरपाई सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी विद्यालयों में स्नातक तक शिक्षा निश्शुल्क पहले से दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 1.51 लाख मेधावी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान करने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि इस वर्ष 30 नवंबर तक हर हाल में सभी को छात्रवृत्ति दे दी जाए। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति वितरण का काम विभाग मिशन मोड में करें। दरअसल, हर साल दो अक्टूबर व 26 जनवरी को छात्रवृत्ति दी जाती है, किंतु विधानसभा चुनाव होने के कारण इस वर्ष 27 दिसंबर को ही छात्रवृत्ति वितरण की योजना थी।
अब मुख्यमंत्री ने 30 नवंबर तक सभी को छात्रवृत्ति देने के निर्देश दिए हैं। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व सीएम योगी ने बटन दबाकर छात्रवृति की रकम खाते में ट्रांसफर की। उन्होंने 10 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का प्रमाणपत्र भी दिया।योगी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश की आजादी के लिए अ¨हसा के नए आंदोलन का सूत्रपात किया। जब आम जनमानस में गुलामी से निराशा का वातावरण व्याप्त था तब बापू ने आजादी की लड़ाई की अगुवाई कर देश को अंग्रेजी दासता से मुक्ति दिलाई।
दो अक्टूबर, 2014 से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत कर लाखों जीवन को बचाने की मुहिम शुरू की। मस्तिष्क ज्वर समेत तमाम रोग गंदगी से फैलते हैं और इनमें लाखों लोगों की मौत होती थी। गांधी जी के स्वच्छता ,स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के मूलमंत्र को देश में प्रभावी ढंग से लागू कर प्रधानमंत्री मोदी उनके सपनों को साकार कर रहे हैं। लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान-जय किसान का नारा देकर दुनिया को यह दिखा दिया कि भारत हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि आज हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी की जयंती मना रहे हैं। गांधी जी ने अहिंसा का नया मार्ग दिखाया और उस पर चलकर देश को अंग्रेजी हुकूमत से आजादी दिलाई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्कूलों में मिड डे मील की जगह पोषणयुक्त भोजन की शुरुआत कर रहे हैं। सरकार अब बच्चों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रख रही है।