लखनऊ: कोरोना की दूसरी लहर उत्तर प्रदेश में कहर बनकर टूटा था। वहीं कई लोगों अपने अपने परिजनों को खो दिया था। जिसकी वजह से कई परिवार बेसहारा हो गए थे। अब उन सभी पारिवारों का योगी सरकार सहारा बनाने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को राज्य में कोरोना की वजह से मरने वालों के परिवार के सदस्यों को वित्तीय सहायता देने की घोषण की है। सरकार ने परिजनों 50,000 रुपये का भुगतान करेंगी।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से एक बयान जारी किया गया है। उसमें कहा गया कि सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि कोरोना के कारण जिन परिवार वालों ने अपने परिजनों को खो दिया है, उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान किया जाये। इसको लेकर रविवार के दिन एक बैठक की गई है। इस बैठक में कहा कि सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ कोविड-19 से प्रभावित हर परिवार के साथ खड़ी है।
इसके साथ ही बेसहार बच्चों को लिए योगी सरकार आगे आई है। योगी ने सरकार ने बेसहारा बच्चों के भरण-पोषण के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की गई थी, वहीं बेसहारा महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘सकी निगरानी और पारदर्शिता के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक जिला समिति का गठन किया जाए। समिति में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को भी शामिल किया जाएगा।
कोविड पॉजिटिव होने के 30 दिनों के भीतर मरने वालों के अलावा यदि बाद में भी मृत्यु होती है तो जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट के आधार पर आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाए।
पात्र परिवारों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ डीएम कार्यालय जाना होगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि लाभ परिवार के मुखिया के नाम पर दिया जाना है, केवल मृतक की पत्नी या परिवार में कोई अन्य महिला बची है। हालांकि, कोविड के कारण उनकी मृत्यु का कारण बताने वाली एक रिपोर्ट आवश्यक होगी। साथ ही मृतक के साथ संबंध दर्शाने वाला कोई सरकारी दस्तावेज भी साथ लाना होगा।