भारतीय मूल के न्यूरोसाइंटिस्ट अक्षय जगदीश (Akshay Jagadeesh) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया की अग्रणी कंपनी OpenAI में बतौर Research Resident नई पारी की शुरुआत की है। उन्होंने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा—
“मैं बेहद उत्साहित हूँ यह बताते हुए कि मैंने OpenAI में रिसर्च रेज़िडेंट के रूप में ज्वाइन किया है। यहां मैं सुरक्षा शोध (safety research) और स्वास्थ्य क्षेत्र में AI के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करूंगा। लगभग 10 साल मस्तिष्क (Brain) का अध्ययन करने के बाद अब मैं इस नए अध्याय के लिए उत्साहित हूँ, जहां AGI (Artificial General Intelligence) को चिकित्सा प्रगति और वैज्ञानिक शोध को तेज करने के लिए प्रयोग किया जाएगा।”
शैक्षणिक और शोध पृष्ठभूमि
अक्षय जगदीश का शैक्षणिक सफर बेहद प्रेरणादायी रहा है। उन्होंने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से Computational Neuroscience और Psychology में पीएचडी की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने लगभग तीन साल तक हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में पोस्टडॉक्टरल फेलोशिप की, जहां उनका शोध मानव मस्तिष्क और संज्ञान (Cognition) के गहन अध्ययन पर केंद्रित था।
पीएचडी और पोस्टडॉक्टरल के दौरान अक्षय ने यह समझने की कोशिश की कि किस तरह मानव मस्तिष्क हमारी सोच, व्यवहार और धारणा (Perception) को संचालित करता है। इसके लिए उन्होंने कंप्यूटेशनल मॉडल्स का इस्तेमाल कर न्यूरल एक्टिविटी और कॉग्निशन के बीच संबंधों को उजागर किया।
इसके अलावा, अक्षय ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और जर्मनी की हम्बोल्ट यूनिवर्सिटी, बर्लिन जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में भी बतौर रिसर्च असिस्टेंट काम किया है।
OpenAI में भूमिका
अक्षय जगदीश अब OpenAI में दो अहम क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेंगे—
1. AI सिस्टम्स की सुरक्षा और विश्वसनीयता (Safety & Alignment): यह सुनिश्चित करना कि AI इंसानी मूल्यों के अनुरूप काम करे और सुरक्षित हो।
2. स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में AI का उपयोग: यह खोज करना कि कैसे AI चिकित्सा शोध को गति दे सकता है और हेल्थ सेक्टर में नई खोजों का आधार बन सकता है।
वैश्विक स्तर पर भारतीयों की बढ़ती भूमिका
अक्षय जगदीश का OpenAI से जुड़ना एक और उदाहरण है कि कैसे भारतीय मूल के वैज्ञानिक और शोधकर्ता वैश्विक तकनीकी क्रांति के नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हाल ही में भारतीय मूल के उद्यमी विजये राजी (Vijaye Raji) ने भी अपनी स्टार्टअप को OpenAI को 1.1 बिलियन डॉलर में बेचा था।
OpenAI जैसे वैश्विक AI संस्थान में अक्षय जगदीश की नियुक्ति न सिर्फ भारतीय वैज्ञानिक समुदाय के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भविष्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) स्वास्थ्य और वैज्ञानिक शोध को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। अक्षय की यह यात्रा आने वाली पीढ़ी के शोधकर्ताओं और तकनीकी उत्साही युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी।