लखनऊ : योगी आदित्यनाथ सरकार ने पानी बचाने पर जोर देते हुए पूरे उत्तर प्रदेश में अटल भूजल योजना लागू करने का फैसला लिया है। फिलहाल यह योजना दस जिलों में लागू है। इन जिलों से उत्साहवर्द्धक नतीजे समाने आने के बाद अब इस योजना को पूरे देश में लागू करने का फैसला लिया गया है। जानकारी के अनुसार इसकी डीपीआर तैयार हो चुकी है और इस जल्द ही लागू किया जाएगा। सीएम योगी ने लोगों से बूंद-बूंद पानी सहेजने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने वेब पोर्टल www.upgwdonline.in का औपचारिक लोकार्पण भी किया। इसे भूगर्भ जल विभाग विकसित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कि यह पोर्टल प्रत्येक ब्लॉक में कूप पंजीयन, अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गमन, ड्रिलिंग एजेंसी के पंजीयन और विभिन्न विभागीय समस्याओं के निराकरण के लिए एकीकृत ऑनलाइन प्लेटफार्म है। अब तक इन कामों के लिए केंद्रीय एजेंसी के पास जाना होता था, लेकिन अब घर बैठे ये सभी काम होंगे। इसस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि घरेलू व कृषि कार्यों में कूप के प्रयोग पर किसी भी तरह का शुल्क नहीं लगेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1994 में सर्वे हुआ था। फिर राज्य सरकार द्वारा नया अधिनियम बनाया गया। राज्य के हर शासकीय भवन को रेन वाटर हार्वेस्टिंग से जोड़ने का फैसला हुआ। इसके साथ-साथ हर नदी-नाले के पानी को बचाने और तालाबों के पुनरुद्धार का भी फैसला हुआ। इसे लेकर मिशन के तहत काम करने का परिणाम यह हुआ कि स्थिति में दिनों-दिन सुधार देखने को मिल रहा है। भूगर्भ जल स्तर बढ़ रहा है। सीएम ने जल प्रबंधन के लिए काम कर रही समितियों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की।
योजना की प्रमुख बातें
- अटल भूजल योजना के तहत जल संचयन और प्रबंधन का काम होगा। बांध, चेक डैम, छोटे जलाशय और तालाब का निर्माण होगा। पहल ग्राम पंचायत स्तर पर होगा।
- राज्य के सभी उद्योगों को भूजल इस्तेमाल के लिए शुल्क देना होगा। अभी 10 जिलों के उद्योग ही दे रहे।
- पानी बर्बाद करने पर उद्योगों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर भारी जुर्माने का प्रावधान।
- पानी के कृषि एवं घरेलू उपयोग पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। दुरुपयोग पर भी दंड का प्रावधान नहीं।
- स्प्रिंकलर एवं ड्रिप एरिगेशन का ज्यादा इस्तेमाल से पानी की बर्बादी रोकी जाएगी। कम पानी वाले फसलों की खेती पर जोर होगा।