Close Menu
Bharat Speaks
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us
What's Hot

मतदाता सूची का राष्ट्रीय पुनरीक्षण: दूसरा चरण मंगलवार से, 12 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश होंगे शामिल

October 27, 2025

India’s Biggest Voter Roll Revision Since Independence Begins October 29

October 27, 2025

Big Win for Kerala! $400 Million World Bank Loan to Strengthen State’s Health Services

October 27, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
Facebook X (Twitter) Instagram
Bharat Speaks
Subscribe
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us
Bharat Speaks
Home»Health»भारतीय आयुर्वेद की वैश्विक वापसी: विज्ञान और परंपरा का संगम
Health

भारतीय आयुर्वेद की वैश्विक वापसी: विज्ञान और परंपरा का संगम

BharatSpeaksBy BharatSpeaksAugust 5, 2025No Comments3 Mins Read
Facebook Twitter LinkedIn Telegram WhatsApp Email
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

हज़ारों वर्षों पुरानी भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद अब केवल परंपरा तक सीमित नहीं रही। आधुनिक दौर में यह वैश्विक स्वास्थ्य और वेलनेस जगत में नई वैज्ञानिक साख और तेज़ी से बढ़ती लोकप्रियता के साथ उभर रही है।

कभी सिर्फ ग्रामीण भारत या पारंपरिक परिवारों में सीमित रहा यह चिकित्सा तंत्र अब लंदन, न्यूयॉर्क, बर्लिन जैसे शहरों में नए रूप में अपनाया जा रहा है। लोग अश्वगंधा, शतावरी, ब्राह्मी जैसे औषधीय पौधों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं, वहीं अभ्यंग (तेल मालिश), दिनचर्या, और सात्विक आहार जैसे शारीरिक व मानसिक संतुलन को बनाए रखने वाले उपाय अब योग की तरह लोकप्रिय हो रहे हैं।

“अब लोग इलाज से ज्यादा रोकथाम और जीवनशैली संतुलन पर ध्यान दे रहे हैं,” लंदन की वेलनेस विशेषज्ञ डॉ. रितु शर्मा कहती हैं। “योग ने जिस रास्ते की शुरुआत की थी, अब आयुर्वेद उसी पर आगे बढ़ रहा है।”

वैज्ञानिक मान्यता और वैश्विक मांग

पश्चिमी चिकित्सा प्रणालियों की सीमाओं और एलोपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट से परेशान कई लोग अब प्राकृतिक और शुद्ध विकल्प की तलाश में आयुर्वेद की ओर रुख कर रहे हैं। खासतौर पर युवा महिलाएं थायरॉइड, पीसीओडी और तनाव जैसी समस्याओं के समाधान के लिए आयुर्वेदिक उपचार को प्राथमिकता दे रही हैं।

वैज्ञानिक शोधों में भी कई आयुर्वेदिक औषधियों को सुरक्षित और प्रभावी पाया गया है। इससे न केवल उत्पादों की लोकप्रियता बढ़ी है, बल्कि संस्थागत निवेश और नीति समर्थन भी मिला है।

$140 बिलियन की ओर बढ़ता वैश्विक बाजार

2024 में वैश्विक आयुर्वेदिक उत्पाद बाजार की कीमत $15–16 अरब डॉलर आंकी गई थी। यह 2033 तक बढ़कर $140 अरब डॉलर से अधिक हो सकती है। यूरोप, अमेरिका और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।

भारत ने भी WHO के ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना के लिए ₹250 करोड़ का निवेश किया है, जो आयुर्वेद को एक वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

चुनौतियां भी कम नहीं

हालांकि लोकप्रियता के साथ चुनौतियां भी बढ़ी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाज़ार में मानकीकरण (standardisation) की कमी, फॉर्मूला की विविधता, और गुणवत्ता नियंत्रण जैसी समस्याएं हैं। कुछ आयुर्वेदिक उत्पादों में भारी धातुओं की उपस्थिति और अनियंत्रित खुराक के मामले भी चिंता का विषय बने हुए हैं।

“आयुर्वेद को ग्लोबल बनाना है तो इसकी जड़ों को भी समझना होगा,” बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एस.के. मिश्रा कहते हैं। “केवल उत्पाद नहीं, इसकी दर्शनशास्त्र और नैतिकता भी बरकरार रखनी होगी।”

जीवन का विज्ञान, सिर्फ इलाज नहीं

आयुर्वेद एक चिकित्सा पद्धति भर नहीं, बल्कि जीवन जीने का विज्ञान है। यह व्यक्ति के शरीर, मन और आत्मा को एकीकृत कर संपूर्ण स्वास्थ्य की ओर ले जाने का मार्ग दिखाता है।

दुनिया भर में तनाव, मानसिक थकान और जीवनशैली रोगों के इस दौर में आयुर्वेद की यह वापसी केवल एक ट्रेंड नहीं—बल्कि संतुलन और सतत् स्वास्थ्य की वापसी है।

📲 Join Our WhatsApp Channel
Algoritha Registration
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram Email
Previous ArticleUttar Pradesh Rolls Out 80 Groundbreaking Transport Reforms in Just 7 Months
Next Article How to Make Your Home Smell Like a Luxury Hotel—Without Breaking the Bank
BharatSpeaks

Related Posts

Beyond Breakfast: Why India Must Rethink Its Relationship with Eggs

October 27, 2025

Pancreatic Cancer: The 4 Early Warning Signs You Must Never Ignore

October 26, 2025

Breaking Barriers in Medicine: Gurgaon’s Artemis Hospital Performs Four ABO-Incompatible Liver Transplants in One Month

October 25, 2025
Add A Comment
Leave A Reply Cancel Reply

Top Posts

Subscribe to Updates

Get the latest sports news from SportsSite about soccer, football and tennis.

Welcome to BharatSpeaks.com, where our mission is to keep you informed about the stories that matter the most. At the heart of our platform is a commitment to delivering verified, unbiased news from across India and beyond.

We're social. Connect with us:

Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
Top Insights
Get Informed

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

© 2025 Bharat Speaks.
  • Trending
  • Motivation
  • Health
  • Education
  • Development
  • About Us

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.