गौतमबुद्धनगर के जेवर में बन रहे देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को शिलान्यास करेंगे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद होंगे। इस एयरपोर्ट के लिए पहले चरण में इलाके के छह गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण हुआ।
अधिग्रहण के बाद मिले मुआवजे ने इन गांव के लोगों की जिंदगी पूरी तरह से बदल दी है। इन गांवों के लोगों ने छोटे मकानों की जगह कोठियों ने ले ली है। इनके पास बड़े फॉर्म हाउस भी है। यही नहीं इन्होंने बड़ी-बड़ी लग्जरी गाड़ियां भी खरीद ली हैं।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण में रोही, पारोही, किशोरपुर, रनहेरा, किशोरपुर और दयानतपुर गांव की जमीन का अधिग्रहण किया गया। सबसे अधिक रोही गांव के किसान इससे प्रभावित हुए हैं। इनको मुआवजा मिला है। उन्हें घर के बदले दूसरी जगह भूखंड दिए गए हैं। मुआवजा मिलने के बाद क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक बदलाव देखने को मिला है। किसानों ने खेती करने लायक जमीन खरीदी है। उन्होंने मथुरा, अलीगढ़, बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद, जहांगीरपुर, पिसावा और खुर्जा आदि में जमीन ली है। उन्होंने पहले के मुकाबले दो से तीन गुना ज्यादा जमीन खरीदी है।
100 से ज्यादा लोगों ने बुलेट खरीदी
एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण होने के बाद मिले मुआवजे से किसानों ने खूब गाड़ियां खरीदी हैं। रोही गांव के 200 से ज्यादा किसानों ने कार खरीदी हैं। 100 से ज्यादा लोगों ने बुलेट खरीदी हैं। किसानों का बुलेट के प्रति रुझान को देखते हुए कंपनी ने गांव में ही कैंप लगा दिया था और घर पर ही डिलीवरी दी थी।
कितनी राशि किसे दी गई
बता दें कि कि जेवर एयरपोर्ट के लिए छह गांवों के लोगों की जमीन ली गई है। इन गांवों में रन्हेरा, रोही, पारोही, बनवारीवास, किशोरपुर, दयानतपुर शामिल हैं। इस परियोजना से प्रभावित लोगों को पुनर्वासन के लिए कुल 403.24 करोड़ की राशि वितरित की गई है। कुल 7224 घर प्रभावित हुए हैं। वहीं प्रभावित किसानों को कुल 330.16 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं।
किसानों की लाइफ स्टाइल बदली
जमीन अधिग्रहण के बाद किसानों की लाइफ स्टाइल में काफी बदलाव आया है। साइकिल से चलने वाले किसान अब कार से चल रहे हैं। जिन किसानों ने दूसरी जगहों पर जमीन खरीदी है, वह अब खेतों भी कार से जा रहे हैं।
अपना बिजनेस शुरू किया
कुछ किसानों ने अपना बिजनेस शुरू किया है। किसी ने दुकान खोली है, तो किसी ने दूसरा व्यवसाय शुरू कर दिया है। जमीन देने वाले कुल किसानों में से केवल 1 से 2 फीसद ने ही अपना काम-धंधा शुरू किया है। किसानों ने कहा है कि अपना काम शुरू करना काफी जरूरी है। उनका कहना है कि जमीन जाने से पहले व्यवसाय के बारे में बिलकुल ही नहीं सोचते थे।
निर्माण कार्य 29 सितंबर 2024 तक पूरा होना है
नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण कार्य 29 सितंबर 2024 तक पूरा होना है। पहले चरण में दो रनवे बनाए जाएंगे। हालांकि एक रनवे के साथ एयरपोर्ट से 2024 में यात्री सेवाओं की शुरुआत हो जाएगी। यात्रियों की संख्या बढ़ने पर दूसरे रनवे का निर्माण होगा। रनवे के साथ टर्मिनल बि¨ल्डग व एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर व अन्य यात्री सुविधाएं विकसित की जाएंगी।