पूर्व IPS प्रो. त्रिवेणी सिंह का विश्लेषण: निवेशकों के लिए साइबर धोखाधड़ी से बचाव का बड़ा कदमभारतीय पूंजी बाजार नियामक SEBI ने निवेशकों को साइबर धोखाधड़ी और वित्तीय अनधिकृत लेनदेन से बचाने के लिए “वैलिडेटेड UPI हैंडल” नामक नई पहल शुरू की है।
सिक्योरिटी चेक सेकंडों में
SEBI चेयरमैन तहिन कांत पांडे के अनुसार, नई सुविधा के तहत निवेशक “SEBI चेक” के जरिए सेकंडों में यह जांच सकते हैं कि किसी लेनदेन में इस्तेमाल बैंक खाता वैध है या नहीं।
“हमारा लक्ष्य निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और पारदर्शी बाजार सुनिश्चित करना है,” पांडे ने कहा।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ की राय
पूर्व IPS और साइबर क्राइम विशेषज्ञ प्रो. त्रिवेणी सिंह ने कहा:
“डिजिटल लेनदेन के बढ़ते इस्तेमाल के साथ साइबर धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। SEBI का वैलिडेटेड UPI हैंडल निवेशकों के लिए एक सुरक्षा कवच है। यह फर्जी लेनदेन रोकने और सोशल इंजीनियरिंग, फिशिंग जैसे साइबर हमलों से बचाव सुनिश्चित करेगा। निवेशकों को हमेशा अपने UPI हैंडल और लेनदेन की वैधता की पुष्टि करनी चाहिए।”
प्रो. सिंह ने यह भी जोड़ा कि शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम इस पहल की सफलता के लिए अहम हैं।
मुख्य पहल और फीचर्स
1. क्लाइंट फंड्स का अपस्ट्रीमिंग
सभी स्टॉक ब्रोकर्स और क्लियरिंग मेंबर्स अब क्लाइंट फंड्स को सीधे क्लियरिंग कॉर्पोरेशन्स में अपस्ट्रीम करेंगे।
2. यूनिफाइड निवेशक ऐप
निवेशक अब अपने सभी सिक्योरिटीज और लेनदेन का एकीकृत दृश्य एक ऐप पर देख सकते हैं।
3. वॉलंटरी अकाउंट फ्रीजिंग
यदि किसी संदिग्ध गतिविधि का संदेह हो, तो निवेशक अपने ट्रेडिंग अकाउंट को स्वेच्छा से फ्रीज/ब्लॉक कर सकते हैं।
4. @valid UPI हैंडल
SEBI-रजिस्टर्ड दलाल और म्यूचुअल फंड इंटरमीडियरीज के UPI IDs में “@valid” प्रत्यय जोड़ा जाएगा।
उदाहरण: abc.brk@validhdfc, xyz.mf@validicici
पूंजी बाजार में प्रगति
- इक्विटी और डेब्ट इश्यूज़ के माध्यम से कुल ₹93 लाख करोड़ पूंजी जुटाई गई।
- FY26 की पहली पांच महीनों में कॉर्पोरेट बॉन्ड इश्यूज़ ₹4.3 लाख करोड़ तक पहुँचे।
- यूनिक निवेशकों की संख्या मार्च 2019 में 4.2 करोड़ थी, जो अब 13.4 करोड़ तक बढ़ गई है।
- म्यूचुअल फंड्स का AUM ₹24 लाख करोड़ से बढ़कर ₹75 लाख करोड़ हो गया है।
निवेशक सुरक्षा पर SEBI का संदेश
SEBI चेयरमैन पांडे ने कहा:
“हमारा लक्ष्य पूंजी बाजार को मजबूत, समावेशी और सुरक्षित बनाना है। निवेशकों की सुरक्षा और बाजार की पारदर्शिता हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
