नई दिल्ली : देश के सबसे प्रतिष्ठित साइबर योद्धाओं में उत्तर प्रदेश का दबदबा रहा। भारत में कराए गए सर्वे CQ-100 में 5 प्रतिष्ठित साइबर एक्सपर्ट यूपी से रहे। ये सर्वे देश के पहले साइबर क्राइम न्यूज पोर्टल The420.in की तरफ से पूरे भारत में कराया गया था। इस सर्वे में देश भर के साइबर क्राइम एक्सर्ट्स शामिल हुए। इस लिस्ट में साइबर लॉ एक्सपर्ट्स, फॉरेंसिक, साइबर सिक्योरिटी, बैंकिंग और फाइनैंस सिस्टम, आतंकवाद निरोधक, पुलिसिंग समेत साइबर से संबंधित अन्य क्षेत्रों के भी प्रतिष्ठित साइबर वॉरियर्स शामिल हैं। इनमें से हर किसी ने पीएम नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने में मदद की है। इनके अलावा लिस्ट में साइबर लॉयर, साइबर पुलिस, सीए, एथिकल हैकर्स, CISO, बैंक संबंधी फ्रॉड को रोकने वाले एक्सपर्ट्स, बीमा, एनबीएफसी, कॉरपोरेट्स शामिल हैं। इसमें ऐसे एक्सपर्ट्स भी हैं जो NAVY, ARMY, RBI, NTRO,INTERPOL, CERT और NCIIPS जैसे देश के सबसे महत्वपूर्ण संस्थानों से जुड़े हैं।
जानिए यूपी के कौन हैं वो दो IPS अधिकारी
आनंद प्रकाश माहेश्वरी
एक ऐसे IPS अधिकारी हैं जो इंटेलिजेंट पुलिसिंग के साथ अपनी शानदार लेखनी के लिए भी मशहूर हैं। 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी यूपी कैडर के हैं। वर्तमान में ये CRPF के महानिदेशक के रूप में कार्य कर रहे हैं। इनके करियर का लंबा वक्त उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद, कानपुर, इलाहाबाद और गोरखपुर के पुलिस प्रमुख के रूप में काम करके गुजारा है। उन्होंने लॉ एंड ऑर्डर के साथ-साथ यूपी पुलिस के सतर्कता विंग का भी नेतृत्व किया है। उन्होंने राज्य पुलिस के खुफिया,सुरक्षा,आर्थिक अपराधों,सीआईडी,प्रशिक्षण और मानवाधिकार प्रभागों में भी काम किया है। उन्होंने असम,कश्मीर और वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्यों के आतंकवाद विरोधी ग्रिड को लेकर सीआरपीएफ के साथ काम किया है। उन्होंने ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट, नई दिल्ली के महानिदेशक और भारत सरकार के गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) के रूप में भी कार्य किया है। BPR&D के पुलिस महानिदेशक (DG) रहते हुए साइबर क्राइम में विशेष योगदान दिया।
इन्हें एक सुशिक्षित सौम्य और साथ ही ड्यूटी के मामले में बेहद सख्त ऑफिसर माना जाता है। अपराध और सांप्रदायिक दंगों पर नियंत्रण पाने में उन्हें महारथ हासिल है। ‘सांप्रदायिक दंगों के प्रबंधन’ विषय पर शोध करते हुए पीएचडी की उपाधि पाई है। डॉ. आनंद प्रकाश माहेश्वरी हिंदी और अंग्रेजी भाषा में रचनात्मक लेखन करते रहे हैं। इनकी अभी तक 9 किताबें और 40 से ज्यादा आर्टिकल पब्लिश हो चुके हैं। इनकी खास लेखन क्षमता की वजह से उन्हें ‘गोविंद बल्लभ पंत’ पुरस्कार भी मिला है। वर्ष 2006 में पुलिस मेडल, वर्ष 2009 में वीरता पदक, वर्ष 2012 में मेधावी सेवाओं के लिये राष्ट्रपति पदक, वर्ष 2004 में स्पेशल ड्यूटी मेडल और वर्ष 2009 में आंतरिक सुरक्षा सेवा मेडल हासिल कर चुके हैं।
आशीष गुप्ता (IPS)
आशीष गुप्ता 1989 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं। ये उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। वे वर्तमान में प्रधानमंत्री के सबसे फेवरेट प्रोजेक्ट NATGRID के CEO हैं। नेटग्रिड यानी नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड (The National Intelligence Grid) ऐसा हाईटेक प्रोजेक्ट है जो देश की सभी सुरक्षा एजेंसियों को पल-पल का (रियल टाइम) डाटा उपलब्ध कराएगा। इससे देश की आंतरिक सुरक्षा काफी मजबूत हो जाएगी। इससे पहले, उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में पांच वर्षों तक निदेशक के रूप में काम किया, जहां उनका काम ऊर्जा और आंतरिक सुरक्षा के नीतिगत मामलों पर प्रधानमंत्री को सलाह देना था। इसके अलावा यूपी में आईजी एसटीएफ रहते हुए साइबर क्राइम एंड टेक्नोलॉजी क्राइम मैनेजमेंट में बड़ा योगदान दिया। इनकी वजह से यूपी एसटीएफ काफी हाईटेक तरीके से क्रिमिनल को ट्रैक करती है।
उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में एक वरिष्ठ संकाय सदस्य के रूप में भी काम किया है। वह 2000-2002 में कोसोवो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए भारतीय इंडियन कंटीजन कमांडर थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियानों का नेतृत्व किया। आईपीएस अधिकारी आशीष गुप्ता ने पुलिस ऑपरेशन पर मोनोग्राफ लिखा है और तीन साल तक पुलिस जर्नल का संपादन किया है। उन्हें राष्ट्रपति से मेधावी सेवा के लिए पुलिस पदक, कठिन क्षेत्रों में काम करने के लिए विशेष पुलिस पदक और संयुक्त राष्ट्र का शांति पदक मिल चुका है। इन्होंने 1987 में आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1989 में IIM कलकत्ता से MBA किया।
साइबर एक्सपर्ट : अमित दुबे
देश के सबसे जाने-माने नेशनल साइबर सिक्युरिटी एक्सपर्ट हैं अमित दुबे। ये साइबर फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेटर भी हैं। यूपी के नोएडा में ये रहते हैं। देश की कई जांच एजेंसियों और पुलिस विभाग के लिए ये बतौर साइबर फॉरेंसिक और एथिकल हैकिंग एक्सपर्ट जुड़ें हैं। इनके अलावा इनकी एक खास पहचान बेहतर साइबर वक्ता के रूप में भी है। वे इंफोसेक फाउंडेशन Root64 के चीफ मेंटर भी हैं। साइबर क्राइम अवेयरनेस के तौर पर मीडिया में अक्सर इनके इंटरव्यू और प्रोग्राम आप देख सकते हैं। रेडिया चैनल रेड एफएम पर इनका साइबर क्राइम अवेयरनेस प्रोग्राम हिडन फाइल्स भी आता है। इसके अलावा हिडन फाइल्स नाम से बुक भी पब्लिश हो चुकी है। अमित दुबे आईआईटी खड़गपुर से आईटी इंजीनियर हैं। इनके अलावा CQ-100 में यूपी से नितिन पांडेय और कुमुद भी हैं। ये दोनों भी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और साइबर एक्सपर्ट हैं।
पूरी डिटेल खबर पढ़ने के लिए क्लिक करे
ये हैं देश के सबसे प्रतिष्ठित Cyber Warriors, जानें CQ-100 में कौन-कौन हैं शामिल