उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले गौतमबुद्धनगर में अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी जैसी बड़ी परियोजना भी जमीन पर आकार लेना शुरू कर देगी। सूबे के मुख्य सचिव आरके तिवारी द्वारा की गई प्रगति की समीक्षा के दौरान स्पष्ट निर्देश दिया कि दिसंबर तक टेंडर हो जाए। तीन चरणों में प्रस्तावित परियोजना के लिए कंसल्टेंट नियुक्त है और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) भी पहले ही स्वीकृत हो चुकी है।
लखनऊ स्थित लोकभवन में गुरुवार को आयोजित बैठक में समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव (सूचना) डा.नवनीत सहगल ने बताया कि 1000 एकड़ में फिल्म सिटी का निर्माण किया जा रहा है। 90 फीसद से अधिक जमीन पर कब्जा मिल गया है। फिल्म सिटी की डीपीआर मंजूर की जा चुकी है और कंसल्टेंट का चयन भी हो गया है। उन्होंने बताया फिल्म सिटी का विकास तीन चरणों में किया जाएगा।
पहले चरण में 376 एकड़, दूसरे चरण में 298 एकड़ और तीसरे चरण में 326 एकड़ क्षेत्रफल में विकास कार्य कराए जाएंगे। 780 एकड़ में फिल्म सिटी बनेगी, जबकि 220 एकड़ भूमि व्यावसायिक उपयोग के लिए रहेगी।सहगल ने दावा किया कि यह विश्व की सबसे बड़ी फिल्म सिटी होगी। इसमें विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीक को शामिल किया जाएगा। एक बड़ा हिस्सा डिजिटल टेक्नोलाजी से भी जुड़ा होगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सेक्टर-21 में बनाई जाने वाली इस फिल्म सिटी को इंफोटेनमेंट सिटी कहा जाएगा।