लखनऊ : सपनों को पंख लग जाए तो जाहिर है उड़ान ऊंची ही होगी। लेकिन क्या विकास कार्यों को ऐसे पंख लग सकते हैं जिससे उड़ान ऊंची हो जाए? ऐसा पहली बार संभव हो रहा है उत्तर प्रदेश में। दरअसल, यहां के कई अहम विकास कार्यों ने पिछले साढ़े 3 साल के भीतर ही लंबी उड़ान भरी है। ऐसे में ये कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य बनकर उभर रहा है जहां विकास कार्यों को पंख लगे हैं। ये उड़ान भी खासकर कनेक्टिविटी के मामले में बढ़ी है। वर्तमान में यूपी में 17 एयरपोर्ट के विकास कार्य हो रहे हैं। इन सभी एयरपोर्ट को समय से पहले क्रियाशील करने की योजना है। अगर ये सभी एयरपोर्ट क्रियाशील हो गए तो भारत में सबसे ज्यादा एयरपोर्ट वाला राज्य उत्तर प्रदेश बन जाएगा। अभी वर्तमान में देश में सबसे ज्यादा एक्टिव एयरपोर्ट वाला राज्य महाराष्ट्र है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 9 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। वहीं, अभी उत्तर प्रदेश में 7 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं।
पीएम की ‘उड़ान’ योजना को यूपी में मिल रही उड़ान
आपको बता दें कि अभी हाल में ही उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने केन्द्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। उस दौरान अयोध्या, चित्रकूट तथा सोनभद्र (म्योरपुर) एयरपोर्ट के विकास कार्यों को लेकर खास बात हुई थी। इस दौरान यह बताया गया था कि यूपी में योगी सरकार के साढ़े 3 साल के कार्यकाल के दौरान ही 17 एयरपोर्ट्स के विकास कार्य हो रहे हैं। इससे पहले, प्रदेश में मात्र 2 एयरपोर्ट्स कार्यशील थे। हालांकि, वर्तमान में 7 एयरपोर्ट्स कार्य कर रहे हैं। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में चर्चा हुई थी कि पीएम नरेंद्र मोदी की उड़ान’ योजना के जरिए यूपी को पूरी मदद मिलेगी। इसलिए योजना के तहत ही प्रदेश में बेहतर हवाई कनेक्टिविटी के लिए देश के सबसे ज्यादा एयरपोर्ट तैयार किए जा रहे हैं।
नोएडा का जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा सबसे खास
नोएडा में प्रस्तावित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट कई मायने में खास होगा। इससे जहां विदेशी सैलानी जुड़ेंगे, वहीं रोजगार के नए अवसर पर भी खुलेंगे। यही नहीं, इसके अलावा एयरपोर्ट से मल्टीमोड ट्रांसपोर्ट प्लान से दिल्ली-एनसीआर के बीच कनेक्टिविटी भी बेहतर बन जाएगी। दरअसल, जेवर एयरपोर्ट के लिए बनाई गई फिजिबिलिटी रिपोर्ट के आधार पर ही इसे भविष्य में तैयार करने की योजना पर काम किया जा रहा है।
बढ़ेंगे विदेशी सैलानी, यूपी में हजारों को मिलेंगे रोजगार
इस रिपोर्ट में दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर सर्वे कराने से लेकर आसपास के इलाके को जोड़ने की पूरी डिटेल दी गई है। यह भी बताया गया है कि जेवर एयरपोर्ट बनने तक नोएडा व ग्रेटर नोएडा में मल्टीनेशनल कंपनियों के 21 नए प्रोजेक्ट शुरू हो जाएंगे। इनमें सबसे ज्यादा देश-विदेश की स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां होंगी। जाहिर तौर पर इनसे हजारों लोगों को रोजगार मिलने की भी उम्मीद जताई गई है। इसके अलावा विदेशी सैलानियों से बातचीत कर उनकी भी प्राथमिकताएं बताई गई हैं। आईजीआई एयरपोर्ट पर 14 फीसदी सालाना बढ़ रही यात्रियों की संख्या नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के लिए पीडब्ल्यूसी कंपनी ने 244 पेज की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की है। इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में सबसे अधिक आईजीआई एयरपोर्ट में ही यात्रियों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
इंडिया में प्रति वर्ष 11.7 फीसदी बढ़ रहे हवाई यात्री
भारत में जहां प्रति वर्ष यात्रियों में 11.7 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है वहीं दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर 14 फीसदी की दर से वृद्धि हो रही है। ऐसे में आगामी वर्षों में आईजीआई के यात्रियों के लिए नजदीक में ही दूसरे एयरपोर्ट की जरूरत पड़ेगी। इसे ही ध्यान में रखते हुए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बनाने में तेजी लाई जा रही है और 30 मई 2020 को ही ग्लोबल बिड भी जारी कर दी गई थी। जनवरी-फरवरी 2021 से जेवर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। यहां आपको बता दें कि आईजीआई एयरपोर्ट पर दिल्ली के बाद यूपी के ही सबसे ज्यादा यात्री होते हैं। फिजिबिलिटी के लिए आईजीआई एयरपोर्ट के सभी 3 टर्मिनल पर 6000 लोगों से बातचीत कर एक सर्वे रिपोर्ट बनाई गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि आईजीआई से आवाजाही करने वाले सबसे ज्यादा 57.52 फीसदी दिल्ली से होते हैं। इसके बाद दूसरे नंबर सबसे ज्यादा यात्री करीब 11-12 फीसदी यूपी से होते हैं। एनसीआर के शहरों में सबसे ज्यादा नोएडा-ग्रेटर नोएडा से 5.71 फीसदी लोग आईजीआई एयरपोर्ट पर मिले।
सर्वे में किस शहर के कितने फीसदी मिले लोग
शहर यात्री (फीसदी)
दिल्ली 57.52
नोएडा 5.71
गुड़गांव 3.85
गाजियाबाद 1.51
फरीदाबाद 1.29
आगरा 1.01
अलीगढ़ 0.65
मथुरा 0.55
पंजाब-हरियाणा 5.27
अन्य 22.64
आगरा जाने वाले विदेशी सैलानियों को होगी आसानी
इस सर्वे रिपोर्ट से यह भी पता चला कि दिल्ली आने वाले विदेशी सैलानियों के लिए जेवर एयरपोर्ट काफी खास बन जाएगा। दरअसल, दिल्ली आने वाले विदेशी सैलानियों में सबसे ज्यादा 18 फीसदी आगरा में ताजमहल देखने जाते हैं। इनमें 60 फीसदी से ज्यादा सैलानियों ने जेवर एयरपोर्ट बनने पर वहां से आवाजाही करने की इच्छा जताई है। दरअसल, अभी दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट से आगरा जाने में उन्हें कम से कम साढ़े 3 घंटे लग जाते हैं। वहीं, जेवर एयरपोर्ट शुरू होने पर सिर्फ ढाई घंटे लगेंगे। इस तरह एक घंटे का समय बचेगा। इसके अलावा गाजियाबाद से एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए ईस्टर्न पेरिफेरलवे को भी कनेक्ट करने की योजना बनाई गई है। जिससे स्थानीय लोगों को भी काफी आसानी हो जाएगी।
विदेश जाने वाले यात्रियों की फेवरेट फॉरेन डेस्टिनेशन है दुबई
रिपोर्ट में यह भी पता लगाया गया है कि दिल्ली स्थित आईजीआई एयरपोर्ट से सबसे ज्यादा किस देश में लोग आवाजाही करते हैं। इसके साथ ही भारत के किन शहरों में ज्यादा आवाजाही होती है। इसे ध्यान में रखते हुए जेवर एयरपोर्ट से भी फ्लाइट की प्लानिंग तैयारी होगी। रिपोर्ट में बताया गया है कि विदेश जाने वाले यात्रियों का पहला पसंदीदा विदेशी डेस्टिनेशन दुबई है। उसके बाद लंदन और बैंकॉक हैं। वहीं, देश में मुंबई पहले नंबर पर है।