उत्तर प्रदेश का पहला और उत्तर भारत का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण (यीडा) बनाने की तैयारी में है। यीडा ने इसके लिए नोएडा के सेक्टर-28 में 350 एकड़ जमीन तय कर दी है। इस पार्क में इनक्यूबेशन सेंटर भी होगा। इस सेंटर पांच एकड़ में बनाया जाएगा। इस से स्टार्टअप कंपनियों को फायदा मिलेगा। इनक्यूबेशन सेंटर के लिए यीडा ने आईआईटी कानपुर से करार किया है। दो चरणों में बनाए जाने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क के जरिए 5,250 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से:
* केंद्र सरकार द्वारा दे भर में चार मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित करने की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ और नोएडा को पार्कों की स्थापना के लिए दो केंद्रों के तौर पर पेश किया। मुख्यमंत्री ने तर्क दिया कि देश के सबसे विकसित औद्योगिक क्षेत्रों में से एक नोएडा से निर्यात भविष्य में जेवर हवाई अड्डे के खुलने से आसान हो जाएगा।
* योगी सरकार ने केंद्र सरकार की नई औद्योगिक और फार्मा नीति के कारण निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल के लिए यूपी को दो बल्क फार्मास्युटिकल या मेडिकल डिवाइस पार्क आवंटित करने की भी मांग की है। एक बार मंजूरी मिलने के बाद मेडिकल डिवाइस पार् को केंद्र सरकार से लगभग 100 करोड़ रुपये का अनुदान मिलेगा।
* दवाओं के कच्चे माल के लिए चीन पर भारत की निर्भरता और कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बाद इसकी कमी ने स्वास्थ्य मंत्रालय और संबंधित विभागों को फार्मा और चिकित्सा क्षेत्र में मेक इन इंडिया कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।
* कुछ महीने पहले, यीडा के अधिकारियों ने इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए विशाखापत्तनम में एक मेडिकल डिवाइस पार्क का दौरा किया था। उन्होंने हैदराबाद के कलाम संस्थान में स्थित मेडिकल डिवाइस पार्क पर एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट भी तैयार की है, जो नोएडा में पार्क की स्थापना का आधार बनेगी।