उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 17 जुलाई को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) को जेवर एयरपोर्ट के लिए 1,334 हेक्टेयर जमीन 90 साल की लीज पर सौंपने की औपचारिक प्रक्रिया पूरी की गई। इस दौरान एयरपोर्ट डेवलपर कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (AG) और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड और एनआईएएल के बीच एक शेयरधारक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। हवाईअड्डे की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अगस्त में रखे जाने की संभावना है। 2024 में बनकर तैयार होने पर यह राज्य का आठवां हवाई अड्डा होगा। ऐसे में यह सूबे की योगी सरकार की बड़ी उपलब्धि होगी।
2017 तक, यूपी में केवल चार हवाई अड्डे काम कर रहे थे। इनमें केवल लखनऊ और वाराणसी का ही नियमित इस्तेमाल हो रहा था। बाकी पर गोरखपुर और आगरा से कभी-कभी कोई विमान आता था। आज, राज्य में सभी आठ हवाई अड्डे काम कर रहे हैं।
सरकार के मुताबिक, ‘दुनिया में सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ‘जेवर’ का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा। शनिवार 17 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा, ‘पिछले चार वर्षों में यूपी में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में बहुत विकास हुआ है। यूपी में 2017 में केवल चार हवाई अड्डे काम कर रहे थे और आज आठ हवाई अड्डे। 2017 से पहले हमारे पास लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर और आगरा से सिर्फ 25 गंतव्य थे। आज इस सेवा का विस्तार 3 गुना अधिक गंतव्यों तक हो गया है। इतना ही नहीं, कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर हमारा काम लगभग पूरा हो चुका है और अब यहां से किसी भी समय अंतरराष्ट्रीय विमानों का संचालन शुरू हो जाएगा।’
जेवर हवाईअड्डा परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा
यूपी के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल ‘नंदी’के अनुसार जेवर हवाईअड्डा परियोजना के लिए, गांव के किसानों की सभी चिंताओं को ध्यान में रखा गया और अंततः, बिना किसी विवाद के 1,300 हेक्टेयर से अधिक भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो गया। मेरठ कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ मनोज सिवाच कहते हैं कि जैसे-जैसे 2022 का विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, योगी के सभी ड्रीम प्रोजेक्ट शेप लेने लगे हैं। सीएम योगी यूपी में इन हवाई अड्डों के माध्यम से एक विकास पुरुष के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं।’
राज्य में जल्द ही पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे
राज्य में जल्द ही पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे, जो देश में सबसे ज्यादा होगा। कुशीनगर हवाई अड्डे को फरवरी में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति मिली थी। दूसरी कोरोना लहर खत्म होने के साथ ही कुशीनगर हवाईअड्डे से जल्द ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होंगी। केंद्र और राज्य सरकार वर्ष 2022 तक अयोध्या से और 2024 तक जेवर हवाई अड्डे से अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस शुरू करने की तैयारी कर रही हैं। जेवर हवाई अड्डे (नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे) के निर्माण में तेजी लाने के लिए सचिव और निदेशक के पद पर तैनात आईएएस अधिकारी सुरेंद्र सिंह, मुख्यमंत्री सचिवालय में उड्डयन को मेरठ का आयुक्त नियुक्त किया गया है।
उत्तर भारत के किसी भी राज्य में दो से अधिक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे नहीं
वर्तमान में देश में 34 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। तमिलनाडु और केरल में सबसे अधिक चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। उत्तर भारत के किसी भी राज्य में ऐसे दो से अधिक हवाई अड्डे नहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय विमान केवल यूपी के वाराणसी और लखनऊ हवाई अड्डों से उड़ान भरती हैं। नंद गोपाल नंदी कहते हैं, ‘केवल तीन वर्षों में, गोरखपुर, हिंडन, आगरा, प्रयागराज और अब बरेली सहित पांच अन्य हवाई अड्डों का संचालन शुरू हो गया है। 21 हवाई अड्डों और सात हवाई पट्टियों को चालू करने की प्रक्रिया भी चल रही है।
योगी के सीएम बनते ही राज्य में हवाई अड्डों के निर्माण पर काम शुरू हो गया
2017 में योगी के सीएम बनते ही राज्य में हवाई अड्डों के निर्माण पर काम शुरू हो गया था। इस पर केंद्र सरकार के साथ समन्वय करने वाले तत्कालीन प्रमुख सचिव और अब अतिरिक्त मुख्य सचिव एसपी गोयल थे। बाद में, वाराणसी के तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह को विशेष सचिव (बाद में सचिव) और निदेशक, विमानन के रूप में जिम्मेदारी सौंपकर हवाई अड्डों के विकास में तेजी लाने के लिए एक योजना तैयार की गई। पश्चिमी यूपी में किसानों की हड़ताल से निपटने के साथ-साथ सुरेंद्र सिंह अब योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में तेजी लाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
कुशीनगर हवाई अड्डे से पूर्वांचल सहित पश्चिम बिहार और नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के यात्रियों को सुविधा मिलेगी
23 फरवरी को नागरिक उड्डयन महानिदेशक (डीजीसीए) ने कुशीनगर हवाई अड्डे के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए लाइसेंस जारी किया। यह हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश का तीसरा लाइसेंस प्राप्त अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और देश का 87वां हवाई अड्डा बन गया है। घरेलू और विदेशी पर्यटकों के साथ, हवाई अड्डा पूर्वांचल सहित पश्चिम बिहार और नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के यात्रियों को सुविधा प्रदान करेगा। कुशीनगर एयरपोर्ट के निदेशक एके द्विवेदी कहते हैं, ‘कुशीनगर को 4सी कैटिगरी में लाइसेंस मिला है। यह लाइसेंस रनवे और हवाई जहाज की श्रेणी को लेकर जारी किया गया है। हवाई अड्डे से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों विमानों का संचालन होगा।’
अयोध्या हवाई अड्डे का संचालन 2022 तक शुरू करने की कोशिश
अयोध्या में राम मंदिर बनने के साथ ही शहर को हवाई मार्ग से जोड़ने का काम भी तेजी से चल रहा है। इसके लिए फरवरी में केंद्र ने अयोध्या हवाई अड्डे के लिए 250 करोड़ रुपये जारी किए और राज्य सरकार ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम हवाई अड्डा अयोध्या के ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए 555.7 एकड़ अतिरिक्त भूमि खरीदने के लिए कुल 1001.77 करोड़ रुपये की मंजूरी दी। एयरपोर्ट के विकास के लिए अब तक एएआई को 377 एकड़ जमीन मुहैया कराई जा चुकी है। 2022 तक एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू करने का काम किया जा रहा है।