लखनऊ : यूं ही कोई योगी आदित्यनाथ नहीं बन जाता है। ऐसा कौन है जो सिर्फ विकास के बारे में सोचता है? कानून-व्यवस्था के बारे में सोचता है? हर वर्ग के स्वास्थ्य की चिंता करता है? युवाओं के कौशल विकास के बारे में सोचता है? देश के अन्नदाता किसानों के हित में सोचता है? ऐसे तमाम सवालों के मद्देनजर पूरे देश में कराए गए सर्वे में सिर्फ एक ही नाम सामने आया। वो नाम है यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का। देश व्यापी हुए सर्वे में पहले नंबर पर रहे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी देश के नंबर-1 सीएम छा गए। 2 जनवरी को ट्विटर पर भी हैशटैग #योगीजी_नंबर_01 रिकॉर्ड ट्वीट के साथ नंबर-1 पर ट्रेंड करता रहा।
नीति और नीयत दोनों से बने देश के नंबर-1 सीएम
वर्ष 2020 हो या नए साल की शुरुआत, यूपी में विकास कार्यों हमेशा देखने को मिले। साल के पहले दिन ही खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी में विकास कार्यों की सराहना की। इसके अलावा एक प्रतिष्ठित मीडिया हाउस की तरफ से ‘देश के सबसे तेज मुख्यमंत्री’ को लेकर कराए सर्वे में भी योगी आदित्यनाथ ही नंबर-1 रहे। सर्वे में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत समेत अन्य राज्यों की सीएम काफी पीछे रहे। इनके बीच में वोटों का अंतर भी काफी ज्यादा रहा। सर्वे में एक सीएम के कई गुणों को परखा गया था। इस सर्वे में ईमानदार छवि, विकास कार्य, कानून-व्यवस्था, कठोर निर्णय लेने की क्षमता, किसानों और युवाओं के हित में करने वाले कार्य समेत कई तरह की बातों को शामिल किया गया। यानी इस सर्वे में किसी सीएम की नीति और नीयत दोनों को शामिल किया गया था।
दिल्ली के सीएम 13वें नंबर पर रहे
इस सर्वे में विकास कार्यों का दावा करने वाले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को 13वां स्थान मिला। आपको बता दें कि अभी हाल में ही यूपी में ऑपरेशन कायापलट से सरकारी स्कूलों को विश्व स्तरीय बनाया गया था। जिसके बाद दिल्ली सरकार ने कई सवाल उठाए थे। इसी आड़ में यूपी में राजनीति शुरू करने का भी प्रयास किया था। लेकिन इस सर्वे की रिपोर्ट से साफ हो गया कि यूपी के सीएम की तुलना में दिल्ली के सीएम दूर-दूर तक नहीं हैं। दोनों के बीच में बहुत ज्यादा अंतर हैं।
नए साल में ट्विटर पर पब्लिक ने यूपी सीएम को दिया नंबर-1 गिफ्ट
नए साल की शुरुआत में ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पब्लिक ने बड़ा गिफ्ट दिया। 2 जनवरी को लोगों ने ना केवल योगी के नए यूपी की सराहना की बल्कि योगी आदित्यनाथ को सीएम नंबर-1 के खिताब से भी नवाजा। शनिवार दोपहर बाद से देर रात तक योगी आदित्यनाथ ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में रहे। इस दौरान 55 हजार से ज्यादा लोगों ने ट्ववीट किया। ट्विटर पर लोगों ने यूपी की कानून व्यवस्था को शानदार बताते हुए योगी की जीरो टॉलरेंस नीति और अपराधियों को ‘बेल नहीं, जेल पसंद’ होने की बात कही।
एक यूजर ने लिखा कि आखिर कोरोना के लिए सबसे बेस्ट मैनेजमेंट, क्राइम कंट्रोल और भी कई नीतियों के लिए योगी जी सबसे बेस्ट रहे।
📌Covid_19 Management
📌Migrant Workers Management
📌Law & Order ImprovementCM @myogiadityanath ji proved why #UttarPradesh needs him as a leader over crooks like Akhilesh/Mayawati/Pinki
We are proud of you Maharajji.🙌🙏#योगीजी_नंबर_01 pic.twitter.com/sDDqHnLWVw
— Sushil Sancheti 🇮🇳 (@SushilSancheti9) January 2, 2021
इसी तरह एक अन्य यूजर ने लिखा है कि योगी जी जीरो टॉलरेंस के साथ अपनी संस्कृति को लेकर भी महान हैं। वो सीएम रहते हुए भी अपनी संस्कृति से दूर नहीं है।
#योगीजी_नंबर_01 UP people are luck to have CM like @myogiadityanath
Zero tolerance of crime 😊
He never forget our culture and tradition 😊 pic.twitter.com/Jut2eDMuN5#योगीजी_नंबर_01 @TheDeepak2020In @sharmaprachi61 @beingarun28— 🌈🔥सोशल योगी 🌈🔥☆#संतोष गुप्ता 🌈💥💯☆🚩🔥 (@Santosh26071675) January 2, 2021
इन खास फैसलों ने योगी को बना दिया नंबर-1
योगी आदित्यनाथ ने साल 2020 में दर्जनों ऐसे फैसले लिए , जो अन्य राज्यों के लिए नजीर बनकर उभरे हैं। कई राज्यों ने उन्हें अपने यहां भी लागू किया। कोरोना महामारी के कारण वक्त काफी कठिन था और चुनौती भी कम नहीं थी। लेकिन इस दौरान उन्होंने विकास, तरक्की, रोजगार, शिक्षा,कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम किए। संकट के इस दौर में उन्होंने कई साहसी कदम उठाए और एक के बाद एक इन बड़े फैसलों से विकास के पहिये को गति दी। इस दौरान यूपी में रोजगार, व्यापार, शिक्षा, सुरक्षा, निवेश, उद्योग, गोसंरक्षण, महिला, युवा, गरीब, किसान और मजदूरों के लिए सबसे ज्यादा काम हुआ। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से लेकर नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी बनाने के फैसले लिए गए। यही कारण है कि साल 2020 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कृषि क्षेत्र, कौशल विकास, औद्योगिक क्षेत्र, विकास क्षेत्र,स्वस्थ भारत यात्रा, कानून व्यव्स्था, स्वच्छ ग्रामीण और प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में नंबर एक पर रहे। मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ का यह पहला कार्यकाल है। इतने कम समय में यह सभी उपलब्धियों को हासिल करना उनकी कार्यशैली के बारे में बताता है।
फैम इंडिया की रिपोर्ट में भी सबसे प्रभावशाली सीएम रह चुके हैं योगी
यह पहला ऐसा मौका नहीं है जब योगी आदित्यनाथ ऐसी उपलब्धि हासिल की हो। कुछ महीने पहले फैम इंडिया की रिपोर्ट में सबसे प्रभावशाली भारतीयों की सूची में योगी सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री चुने गए थे। उन्होंने यह मुकाम अपनी ईमानदार छवि, कठोर निर्णय लेने की क्षमता तथा बुलंद इरादे की वजह हासिल किया था। वह इस मामले में देश के सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पछाड़कर नंबर एक बने थे। टॉप 10 में केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन और दसवें नंबर पर उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक रहे। झारखंड के हेमंत सोरेन 12वें, दिल्ली के अरविंद केजरीवाल 13वें और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 17वें पायदान पर रहे। योगी आदित्यनाथ सबसे पहले 1998 में सांसद चुने गए थे। वह इस दौरान सबसे कम उम्र के सांसद थे। महज 42 साल की उम्र में एक ही क्षेत्र से पांच बार सांसद बनने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। वह गोरखपुर से सांसद थे।