लखनऊ : उत्तर प्रदेश में छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अभ्युदय योजना का आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुभारंभ किया। इस शुभारंभ कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि अभ्युदय योजना से छात्रों ने जो कुछ सोचकर रजिस्ट्रेशन कराया उससे कहीं बढ़कर उन्हें इससे लाभ मिलेगा। 15 फरवरी को योजना का शुभारंभ करते हुए सीएम ने कहा कि अभ्युदय शब्द हमारे शास्त्रों में भारतीय धर्म को कर्तव्य से जोड़ता है। यानी ये हमारे कर्तव्यों को धर्म से जोड़कर आगे ले जाएगा जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास होगा। ये सर्वांगीण विकास ही इंसान के विकास का पथ-प्रदर्शन करेगा।
इन दो वजहों से अभ्युदय योजना शुरू करने की बनी योजना : योगी
आप भी सोच रहे होंगे अभ्युदय योजना क्यों शुरू की गई? ये सवाल हर किसी के मन में होगा। इस सवाल का जवाब भी आज यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया। उन्होंने बताया कि इस बार जब UPSC परीक्षा का परिणाम आया तो हमारे वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यूपी की स्थिति अच्छी नहीं रही। ये सुनकर हमे काफी दुख हुआ। ये स्थिति चिंताजनक लगी थी। इसके अलावा, कोरोना लॉकडाउन के दौरान हमने देखा कि हमारे राज्य के लगभग 30 हजार छात्र राजस्थान के कोटा में फंसे हुए थे। ये छात्र वहां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने ही गए थे। इसलिए मन में आया कि इन छात्रों को उत्तर प्रदेश में ही बेहतर माहौल में बेहतर पढ़ाई के साथ बेहतर तैयारी करने का मौका मिलना चाहिए। इसलिए अभ्युदय योजना शुरू की गई।
16 फरवरी से क्लासेस होंगी शुरू
इस योजना के जरिए बच्चों को नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 16 फरवरी यानी कल से ही क्लासेस शुरू हो जाएंगी। अभ्युदय कोचिंग का पोर्टल 10 फरवरी को लॉन्च हुआ था। इसके बाद महज 24 घंटे में 72 हजार से ज्यादा छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया था। इसके बाद महज पांच दिनों के अंदर 5 लाख से ज्यादा युवाओं ने पोर्टल पर रजिस्टर किया। अभ्युदय योजना के शुभारंभ के दौरान सीएम ने प्रदेश के पांच मंडलों के मेधावियों से संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि यह योजना आत्मनिर्भता के पथ पर आगे बढ़ने की योजना है। इससे यूपी के युवाओं को अधिक मात्रा में रोजगार मिलेगा.
क्या है अभ्युदय योजना
राज्य में दूर-दराज एवं ग्रामीण इलाकों में रहन वाले गरीब तबके के छात्रों के लिए यह योजना लाई गई है। इस योजना से उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिलेगी, जो तैयारी करने के लिए शहरों में नहीं जा सकते। यह योजना उन छात्रों के वरदान साबित होगी, जिनके पास प्रतिभा है, लेकिन संसाधन नहीं है।
इन परीक्षाओं की होगी तैयारी
अभ्युदय योजना के माध्यम से छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उच्च स्तरीय मार्गदर्शन और परीक्षा से पहले ट्रेनिंग मिलेगी। इसमें संघ लोक सेवा आयोग (UPSC), उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC), अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NEET),जेईई (JEE), एनडीए (NDA), पीओ (PO), एसएससी (SSC), टीईटी (TET), बीएड (B.Ed) की परीक्षाएं शामिल हैं।
छात्रों को IAS और IPS गाइड करेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के 71वें स्थापना दिवस पर युवाओं को मुफ्त कोचिंग सुविधा की सौगात दी थी। छात्रों को आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) और पीसीएस (PCS) अधिकारी गाइड करेंगे। यह बिल्कुल मुफ्त होगा। इसके लिए प्रदेश के हर मंडल से 500 छात्र-छात्राओं का चयन होगा।