लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार देश की पहली राज्य सरकार बनने जा रही है जिसमें सिर्फ आर्थिक विकास नहीं बल्कि सामाजिक-आर्थिक और पर्यावरणीय विकास की तरफ ध्यान दिया जा रहा है। सही मायनों में आर्थिक संवृद्धि की तरफ राज्य सरकार की तरफ से कदम उठाने की शुरुआत हुई है। दरअसल, आर्थिक संवृद्धि किसी भी राज्य में होने वाले उस विकास को कहते हैं जिसमें आर्थिक विकास के साथ सामाजिक और पर्यावरण की चिंताओं का भी ध्यान रखा जाए। ऐसे में योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी और रामनगरी अयोध्या, राजधानी लखनऊ के साथ 14 बड़े शहरों के सतत् विकास का मास्टर प्लान तैयार कराने का निर्देश दिया है।
क्यों जरूरी है ये खास मास्टरप्लान
दरअसल, पिछली सरकारों में जो योजनाओं बनाई गईं उसमें भविष्य की प्लानिंग शामिल नहीं रहीं। ऐसे में आने वाले 10 वर्षों में किसी शहर में वाहनों का दबाव कितना बढ़ जाएगा, इसका अंदाजा नहीं लगाए जाने से दिक्कत आ रहीं हैं। इसके अलावा, पानी खपत, सीवेज लाइन, मार्केट क्षमता, पार्किंग, हरियाली और पानी का संरक्षण भी महत्वपूर्ण है। लिहाजा, योगी सरकार में मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। इसे नया मास्टर प्लान (सिटी डेवलपमेंट प्लान) कहा जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नए तैयार किए जाने वाले मास्टर प्लान में ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व वाले स्थलों के सौंदर्यीकरण एवं संरक्षण के कार्य कराने तथा तालाबों, जलाशयों, झीलों आदि को शामिल करने के साथ ही वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी, रिजर्व फॉरेस्ट, पर्यावरण एवं वन और अन्य संरक्षित क्षेत्रों का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
जानिए, उत्तर प्रदेश के वो कौन से हैं 14 शहर
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलावा कानपुर, चित्रकूट, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, झांसी, आगरा, मथुरा, बरेली, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद और गौतमबुद्धनगर (नोएडा) मिलाकर कुल 14 शहर हैं जिसे स्मार्ट बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है। इन शहरों में खासतौर पर विकास के साथ ही यहां की ऐतिहासिक धरोहरों का सौंदर्यीकरण एवं संरक्षण का कार्य भी कराया जाएगा। इस कदम से शहर खूबसूरत दिखेंगे, जिसके चलते इन शहरों में पर्यटन कारोबार में इजाफा होगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, वर्तमान जरूरतों के हिसाब से नए औद्योगिक क्षेत्र, बस अड्डे, मास्टर प्लान रोड तथा वाटर वर्क्स व एसटीपी, कूड़ा निस्तारण केंद्र सहित अन्य तमाम चीजें भी मास्टर प्लान में शामिल की जाएंगी।