युवाओं को शिक्षित, प्रशिक्षित व स्वावलंबी बनाने के लिए योगी सरकार उन्हें मुफ्त में स्मार्ट फोन/टैबलेट निशुल्क देकर सशक्त व समर्थ बनाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में उनके सरकारी आवास पर मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में टैबलेट/स्मार्टफोन वितरण योजना को मंजूरी दी गई। कैबिनेट बैठक के बाद राज्य सरकार के प्रवक्ता तथा सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि युवाओं के डिजिटल सशक्तीकरण के लिए सरकार ने यह निर्णय किया है।
योगी सरकार से यह सौगात पाने वाले युवाओं की संख्या 60 लाख से एक करोड़ तक हो सकती है। इस पर 3000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कैबिनेट बैठक में कुल 25 प्रस्तावों पर मुहर लगी। सिद्धार्थनाथ ने बताया कि टैबलेट/ स्मार्टफोन स्नातक, परास्नातक, बीटेक, डिप्लोमा, पैरामेडिकल/नर्सिंग और कौशल विकास से जुड़े लाभार्थी युवा छात्रों को बांटे जाएंगे। इससे न केवल वे अपने शैक्षिक पाठ्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकेंगे, बल्कि उसके बाद विभिन्न सरकारी/गैर सरकारी तथा स्वावलंबन की योजनाओं में भी इसका सदुपयोग कर नौकरी/रोजगार पा सकेंगे।
कोरोना काल में आनलाइन शिक्षा, ट्यूटोरियल व कोचिंग अपरिहार्य हो गए हैं।इस योजना का लाभ कौशल विकास विभाग के सेवा मित्र पोर्टल पर पंजीकृत व चिन्हित एजेंसियों के जरिये प्लंबर, कारपेंटर, नर्स, इलेक्ट्रीशियन, एसी मैकेनिक आदि सेवाएं देने वाले कुशल कारीगरों को भी दिया जाएगा। योजना के तहत प्रस्तावित लाभार्थी वर्ग में अन्य वर्ग के युवाओं को भी समय-समय पर मुख्यमंत्री के अनुमोदन से शामिल किया जा सकेगा।
किस लाभार्थी वर्ग को टैबलेट देना है और किसे स्मार्टफोन, इसका निर्णय मुख्यमंत्री करेंगे। टैबलेट/स्मार्ट फोन के वितरण के लिए लाभार्थी वर्ग की प्राथमिकता का निर्धारण तथा चरणबद्ध क्रय के सम्बन्ध में भी निर्णय मुख्यमंत्री के स्तर से लिया जाएगा। भविष्य में आने वाली व्यावहारिक कठिनाइयों के निराकरण के लिए योजना में संशोधन के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है।छात्रों को टैबलेट/स्मार्टफोन के वितरण के लिए हर जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति गठित की जाएगी।
चिन्हित शिक्षण संस्थानों की ओर से छात्रों की सूची समिति को उपलब्ध कराई जाएगी। टैबलेट/स्मार्टफोन जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदे जाएंगे। योजना के क्रियान्वयन के लिए औद्योगिक विकास विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि सरकार की कोशिश है कि टैबलेट/स्मार्टफोन वितरण के लिए नवंबर के पहले हफ्ते तक छात्रों की सूची तैयार कर ली जाए।
गौरतलब है कि योगी सरकार ने युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन देकर उन्हें डिजिटल रूप से सक्षम बनाने के लिए चालू वित्तीय वर्ष के अनुपूरक बजट में 3000 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में सत्ता में आने पर कॉलेज में दाखिला लेने वाले सभी युवाओं को मुफ्त लैपटाप देने का ऐलान किया था।