UP Budget 2021 : योगी सरकार ने वर्ष 2021-22 के लिए 5.50 लाख करोड़ का बजट पेश किया है। बजट में श्रमिकों-किसानों, महिलाओं व युवाओं के लिए कई नई योजनाओं का तोहफा मिला है। इसके अलावा एक्सप्रेसवे परियोजनाएं, सड़कों समेत बुनियादी ढांचे पर खासा जोर दिय गया है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार कागज रहित बजट पेश हुआ। योगी सरकार का यह पांचवां व आखिरी पूर्ण बजट था। कोरोना महामारी की मार झेलने के बावजूद प्रदेश के विकास के लिए योगी सरकार ने हौसला दिखाते हुए बुनियादी ढांचे के विकास को रफ्तार देने के लिए खजाना खोला है। कोरोना से सबक लेते हुए सरकार ने कोविड टीकाकरण के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए भी कदम उठाए हैं।
आइए जानते हैं बजट में क्या है खास:
- 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लिए आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना संचालित करने की घोषणा। इसके लिए 100 करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया। मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना का लाभ किसान के साथ परिवार के कमाऊ सदस्य और बटाईदार को देने का भी ऐलान किया गया।
- अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डे के निर्माण के लिए 101 करोड़ रुपये का आवंटन। जेवर, चित्रकूट और सोनभद्र में हवाई अड्डों के निर्माण के लिए कुल 2000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
- महिलाओं के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री योजना के तहत, राज्य में छात्राओं को टैबलेट देने के लिए 1200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 1107 करोड़ रुपये, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए 1492 करोड़ रुपये, गोरखपुर एक्सप्रेसवे के लिए 750 करोड़ रुपये, जेवर एक्सप्रेसवे के विकास के लिए 2000 करोड़ रुपये, गंगा एक्सप्रेसवे के लिए 7200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
- बुंदेलखंड के लिए 100 करोड़ का पैकेज, पीएम ग्रामीण सड़क योजना के लिए 5,000 करोड़ रुपये।
- कानपुर मेट्रो के लिए 597 करोड़ रुपये आवंटित। गोरखपुर और वाराणसी मेट्रो के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित।राज्य में COVID-19 टीकाकरण के लिए 50 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।